अमृतसर। ब्यास के थाना खलचियां पुलिस ने तीन आरोपियों को पकड़ कर कत्ल केस की गुत्थी सुलझाने का दावा किया है।
बाबा बकाला में डीएसपी सूबा सिंह ने बताया कि पुलिस थाना खिलचियां के एसएचओ गुरप्रीत सिंह को संतोख सिंह निवासी कालेके ने बताया कि उसके घर कोई औलाद नहीं थी और उसने अपनी बहन का बेटे निशान सिंह को गोद लिया था। निशान सिंह गांवों में जाकर फेरी लगाता था और सामान बेचता था। दो साल पहले ही उसकी शादी प्रभजोत कौर उर्फ काजल पुत्री बलदेव सिंह निवासी रसूलपुर से करवाई थी।
संतोख सिंह के अनुसार उसका बेटा कई दिन घर से बाहर फेरी लगाने के चक्कर में ही रहता था। उसकी पत्नी के भतीजे कुलदीप सिंह पुत्र नरिंदर सिंह गांव झीते कलां का उनके घर काफी आना-जाना और वह कई-कई दिन उनके घर रहने लगा। निशान सिंह 12 मई 2012 को सुबह घर से फेरी लगाने के लिए गया और फिर वापस नहीं आया। सभी रिश्तेदारों के घर पता किया, लेकिन उसका पता नहीं चला।
संतोख का आरोप था कि प्रभजोत कौर के कुलदीप सिंह से नाजायज संबंध बन गए थे। उसकी बहू, कुलदीप सिंह और कुलदीप सिंह के मामा के बेटे भगवंत सिंह निवासी नशहरा पंनवां ने मारने की नीयत से निशान को बंदी बनाया। एसएचओ ने 25 दिसंबर को मामला दर्ज कर तफ्तीश शुरू कर दी। इसी दौरान उसने कुलदीप सिंह, प्रभजोत कौर और भगवंत सिंह को हिरासत में ले लिया। इन लोगों ने माना कि 13 मई को उन्होंने निशान सिंह के गले में परना डाल कर उसे स्मैक पिलाई और फिर उसका कत्ल कर उसे पखोके नहर की पटड़ी के पास झाड़ियों में फेंक दिया।
अमृतसर। ब्यास के थाना खलचियां पुलिस ने तीन आरोपियों को पकड़ कर कत्ल केस की गुत्थी सुलझाने का दावा किया है।
बाबा बकाला में डीएसपी सूबा सिंह ने बताया कि पुलिस थाना खिलचियां के एसएचओ गुरप्रीत सिंह को संतोख सिंह निवासी कालेके ने बताया कि उसके घर कोई औलाद नहीं थी और उसने अपनी बहन का बेटे निशान सिंह को गोद लिया था। निशान सिंह गांवों में जाकर फेरी लगाता था और सामान बेचता था। दो साल पहले ही उसकी शादी प्रभजोत कौर उर्फ काजल पुत्री बलदेव सिंह निवासी रसूलपुर से करवाई थी।
संतोख सिंह के अनुसार उसका बेटा कई दिन घर से बाहर फेरी लगाने के चक्कर में ही रहता था। उसकी पत्नी के भतीजे कुलदीप सिंह पुत्र नरिंदर सिंह गांव झीते कलां का उनके घर काफी आना-जाना और वह कई-कई दिन उनके घर रहने लगा। निशान सिंह 12 मई 2012 को सुबह घर से फेरी लगाने के लिए गया और फिर वापस नहीं आया। सभी रिश्तेदारों के घर पता किया, लेकिन उसका पता नहीं चला।
संतोख का आरोप था कि प्रभजोत कौर के कुलदीप सिंह से नाजायज संबंध बन गए थे। उसकी बहू, कुलदीप सिंह और कुलदीप सिंह के मामा के बेटे भगवंत सिंह निवासी नशहरा पंनवां ने मारने की नीयत से निशान को बंदी बनाया। एसएचओ ने 25 दिसंबर को मामला दर्ज कर तफ्तीश शुरू कर दी। इसी दौरान उसने कुलदीप सिंह, प्रभजोत कौर और भगवंत सिंह को हिरासत में ले लिया। इन लोगों ने माना कि 13 मई को उन्होंने निशान सिंह के गले में परना डाल कर उसे स्मैक पिलाई और फिर उसका कत्ल कर उसे पखोके नहर की पटड़ी के पास झाड़ियों में फेंक दिया।