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विरासत: मोक्ष का द्वार द्वारकाधीश मंदिर

22 February 2023

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गुजरात के द्वारका में स्थित यह पवित्र कृष्ण मंदिर तीनों लोकों में सबसे सुंदर मंदिर के रुप में जाना जाता है। इस मंदिर को हिंदुओं का प्रमुख ओर महत्वपूर्ण स्थान के रुप में देखा जाता है। 

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रणथंभौर किला या रणथंभौर दुर्ग राजस्थान का एक बहुत ही शानदार किला है जो राज्य के रणथंभौर में स्थित चौहान शाही परिवार से संबध रखता है। यह शाही किला 12 वीं शताब्दी से अस्तित्व में है।

बुलंदशहर के वो लोग जो आजादी के आंदोलन से किसी भी प्रकार जुड़े हुए थे, उन्हें कत्ल कर दिया गया। 'काला आम' का असली नाम अधिकांश लोगों को शायद मालूम न हो। 'काला आम' का असली व पुराना नाम 'कत्ले आम' है।  

शहर का दिल कहे जाने वाले राजवाड़ा का एक हिस्सा धराशाही हो गया। होलकर राजाओं द्वारा बनवाए गए इस आलीशान महल राजबाड़ा का अर्थ है ऐसी जगह जहां राजे-रजवाड़े रहते हों। 

यह किला देश की सबसे बड़ी मानव निर्मित झीलों में से एक हुसैन सागर झील से लगभग नौ किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और इस क्षेत्र के सबसे संरक्षित स्मारकों में से एक है

भारत में वैसे तो कई प्रसिद्ध प्राचीन और रहस्यमय मंदिर है, उत्तराखंड के धारी देवी मंदिर एक बहुत ही प्राचीन और रहस्यमय मंदिर है, जहां पर स्थापित मां की मूर्ति दिन में तीन बार रूप बदलती हैं। 
 

भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में भी एक बीच है, लेकिन एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल नहीं होने की वजह से ज्यादा लोग इस बीच के बारे में नहीं जानते।

कहते हैं कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक भारत एक है। कश्मीर भारत माता का मस्तिष्क है तो कन्याकुमारी चरण। कन्याकुमारी, तमिलनाडु राज्य का एक प्राचीन शहर है। इस शहर का नाम कन्याकुमारी ही क्यों हैं?

धनुषकोडी  गांव भारत और श्रीलंका के बीच एकमात्र स्थलीय सीमा है जो पाक जलसंधि में बालू के टीले पर सिर्फ 50 गज की लंबाई में विश्व के लघुतम स्थानों में से एक है। साधारण शब्दों में कहें, तो यह भारत के छोर पर ऐसी वीरान जगह है जहां से श्रीलंका दिखाई पड़ता है। 

कर्नाटक के उत्तर में स्थित हंपी बेहद खूबसूरत जगह है, खंडहरों के बीच बसा ये शहर तुंगभद्रा नदी के तट पर स्थित है। समुद्र तल से 467 मीटर ऊपर बसे हंपी को विजयनगर साम्राज्य का एक महत्वपूर्ण धार्मिक केंद्र माना जाता है।

पट्टादकल स्मारकों का समूह 7 वीं और 8 वीं शताब्दी में बनाया गया था और यह दक्षिणी राज्य कर्नाटक में स्थित था। पट्टदकल न केवल चालुक्य स्थापत्य गतिविधियों के लिए लोकप्रिय था
 

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