लोकप्रिय और ट्रेंडिंग टॉपिक्स
25 March 202315 mins 19 secs
इस कहानी में सत्ता पर तंज़ किया गया है। कत्ल के इल्जाम में जेल गए एक शख्स की कहानी को मंटो ने बखूबी लिखा है. ये शख्स जेल से बाहर आने के बाद एक कैफे़ में बैठ कर सामाजिक अन्याय की बात करता है कि किस तरह ये समाज एक-एक ईमानदार इंसान को चोर और क़ातिल बना देता है...
24 March 202317 mins 18 secs
ये एक ऐसे लकवाग्रस्त बच्चे की दास्तां हैं जो अपनी बीमारी से बहादुरी के साथ मुकाबला करता है. वो अस्पताल में सभी मरीजों से खुशदिल होकर मिलता, सबकी खैरियत पूछता. अस्पताल के कर्मचारी भी उसे काफी पसंद करते थे. जब उसका अस्पताल से डिस्चार्ज होने का दिन आया तो...
23 March 202315 mins 51 secs
यह कहानी है गुजरात के एक बनिये की जो भारत के विभाजन के बाद पाकिस्तान जाकर रियल स्टेट का काम करने लगता है. वो खूब पैसा कमाता है लेकिन उसे सुकून नहीं मिलता. फिर उसने एक मौलाना की तकरीर सुनी और लोगों को शहीद करने का ठेका ले लिया...
22 March 202315 mins 9 secs
ये कहानी है एक ऐसे शराबी डॉक्टर की जो अपने दोस्तों को शराब न पिलाने से बचने के लिए घर पर ही शराब पीने की योजना बनाता है. उसकी बीवी को शराब और शराबी दोनों से नफरत होती है. इसलिए डॉक्टर तरकीब निकालता है कि कैसे वो घर में शराब भी पी ले और बीवी को पता भी न चले...
21 March 202316 mins 44 secs
इस कहानी में मंटो ने उन अमीर घर के मर्दों का जिक्र किया है जो अपने यहां काम करने वाली ग़रीब, पीड़ित और कमसिन लड़कियों का यौन शोषण करते हैं. शादां नाम की एक लड़की ख़ान बहादुर मोहम्मद असलम ख़ान के घर काम करती थी और फिर एक दिन उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाता है...
20 March 20239 mins 5 secs
अमृतसर से स्शपेशल ट्रेन दोपहर दो बजे को चली और आठ घंटों के बाद मुग़लपुरा पहुंची। रास्ते में कई आदमी मारे गए। कई ज़ख़्मी हुए और कुछ इधर उधर भटक गए। सुबह दस बजे कैंप की ठंडी ज़मीन पर जब सिराजुद्दीन ने आंखें खोलीं और अपने चारों तरफ़ मर्दों, औरतों और बच्चों का एक बेचैन समंदर देखा तो उसकी सोचने समझने की ताकत और भी कमजोर हो गई। वो देर तक गदले आसमान को टकटकी बांधे देखता रहा। यूं तो कैंप में हर तरफ़ शोर बरपा था। लेकिन बूढ़े सिराजुद्दीन के कान जैसे बंद थे। उसे कुछ सुनाई नहीं देता था। कोई उसे देखता तो ये ख़याल करता कि वो किसी गहरी फ़िक्र में डूबा है मगर ऐसा नहीं था। उसके होश-ओ-हवास सुन्न थे। उसका सारा वजूद ख़ला में मुअल्लक़ था।
19 March 202317 mins 7 secs
ये कहानी है एक ऐसे युवक की जो अपने पिता का इलाज कराने के लिए अस्पताल आता-जाता रहता है. इसी दरम्यान उसे एक नर्स से मोहब्बत हो जाती है. वो नर्स से अपने प्यार का इजहार करने ही वाला होता है कि...
18 March 202317 mins 24 secs
ये कहानी है एक ऐसे शख्स की जो आजाद खयाल है, जो भीड़ से हटकर चलना चाहता है. वो सीधे रास्ते से हटकर कुछ अनोखा करने की धुन में रहता था. एक दिन अपनी इन्फ़िरादियत पसंदी के हाथों मजबूर हो कर एक रात अपनी निकाही बीवी को ही ससुराल से भगा ले जाता है...
17 March 202311 mins 25 secs
बिलक़ीस की मां आती है। एक अधेड़ उम्र की औरत बहुत ग़ुस्सैली। उसके चेहरे के ख़द्द-ओ-ख़ाल से साफ़ अयां है कि वो एक जाबिर मां है। आते ही बिलक़ीस को डांटती है, “ये जो मैं दो घंटे से तुझे बुला रही हूं तू ने कानों में रूई ठूंस रखी है क्या?”
16 March 202319 mins 7 secs
नन्हा राम, नन्हा तो था, लेकिन शरारतों के लिहाज़ से बहुत बड़ा था। चेहरे से बेहद भोला भाला मालूम होता था। कोई ख़त या नक़्श ऐसा नहीं था जो शोख़ी का पता दे। उसके जिस्म का हर अ’ज़ो भद्दे पन की हद तक मोटा था। जब चलता था तो ऐसा मालूम होता था कि फुटबाल लुढ़क रहा है...
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