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Love Story saubhagya
लव स्टोरी

Love Story : सौभाग्य

25 March 2023

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8:11
ऋतुएं उसे सजाते-सजाते कब युवा कर गईं निनाद को एक दिन चुपके से पता चला, जब एक सुबह सैर से लौट, निनाद की निगाहें दुछत्ती पर बाजरा सुखाती कन्नो पर पड़ीं।  गीले बालों की अग्निशालाका देहथाल में सजा, जाता हुआ बचपन,आते हुए यौवन के स्वागत में मंगलाचरण के गीत गा रहा था...

Love Story : सौभाग्य

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सभी 55 एपिसोड

अब छुप छुप कर रोने से भी क्या फ़ायदा !लक्ष्मी  उदास क़दमों से चल कर आई और मधु के हाथ भेजी दीपंकर की चिट्ठी को दुहरा दुहरा और तिहरा तिहरा कर पढ़ने लगी. " लक्ष्मी ! जो तुमने किया वह एक स्त्री के लिए तो सामाजिक अपराध से काम नहीं. बस आगे क्या कहूँ ! मैं तुम्हे स्वेच्छा से मुक्त करता हूँ। तुम जब चाहो, जहां चाहो जिस किसी के भी पास जाना चाहो." 

रेलवे स्टेशन पर उतरी तो उसे देख हक्का बक्का रह गई मैं तो ! रंगत वही दूधिया, बाल वही जैसे घनघोर सावन की संवलाई घटा और पसंद वही कलफ लगा बड़ा कड़क दुपट्टा , हवा को चुनौती देता था.

पूजा और उर्मी दोनों में बस नौ महीने का अंतर है, जो करती हैं साथ करती हैं, एक दूसरे की कज़िन्स कम सहेलियां ज़्यादा हैं. चाचा-बाबा सब की मिला कर कुल जमा सात लड़कियां हैं शेखावतों के इस परिवार में...

Love Story : आजाद औरत, आजाद मर्द

Love Story : फूल का माथा

फसलों के हरियाने और युवाओं के इठलाने की रूत में यूं लगातार बारिश, बर्फ और पाला पड़ना, पूरे हिमाचल में किसी को भी न सुहाया। दरअसल  बैठकी-होली नजदीक आ रही थी और बरफ रुकने का नाम नही लेती थी...
 

प्रेम जिंदगी का अहम हिस्सा होता है। प्रेम एक ऐसा अहसास है जो जीवन को सकारात्मक बनाता है। हम सबने किसी ना किसी से प्रेम किया होगा और इसी अहसास को जिंदा रखने के लिए अमर उजाला आवाज लाए हैं प्यार भरी कहानियां...

इस ग्यारहवें साल की मीठी मधुर कल्पना ने ज़रा न गुदगुदाया होगा, उसके लिए तो शादी बस शादी है, मिली है न मुफ्त में एक काम करने वाली! रह रह कर पारा चढ़ रहा था, जैसे-जैसे गैस पर चाय उफान मार रही थी। इधर मनन नहा धो तुलसी चौरे के पास बने चबूतरे पर विराजित हो, अखबार देखने लगे...

"ये दुनिया भर के तमाम नाश्ते आलू से ही क्यों बनते हैं?" , चंदन  शरारती लहजे में हीर के किचन में दाखिल हो उसके बनाये आलूबड़े बड़ी ढिटाई से खाने लगा. " उफ़ तौबा ! न हाथ धोये , न प्लेट उठाई , न इजाज़त ली ! यह भी  कोई तरीक़ा है नाश्ता करने का !" 

वो लड़की लड्डुओं का थाल ले मंडप में जाती निट्टी भइया से टकरा गई। शादी ब्याह के घर में तो नैन मटक्के का मौसम होता ही है , बस्स !! निट्टी भइया भी आ गए इस मर्ज़े मुबारक की ज़द में...

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