लोकप्रिय और ट्रेंडिंग टॉपिक्स

cyanide killer Vellanki Simhadri alias Shiva horror story in hindi
अपराध लोक

Apradh Lok : प्रसाद खिलाकर कत्ल करने वाला सायनाइड शिवा, भाग्यशाली सिक्कों से फंसाता था शिकार

25 March 2023

Play
4:42
सन 2018. आंध्र प्रदेश के तीन जिलों में हत्याओं का सिलसिला शुरू होता है। इनमें से सिर्फ़ चार मौतों को ही संदिग्ध माना गया और बाकी को सामान्य मौत मानकर पुलिस ने केस बंद कर दिया. लेकिन पुलिस मामले को जितना आसान समझ रही थी असल में वो बेहद पेंचीदा था.जुर्म की दुनिया में आज बात होगी एक ऐसे कातिल की जो चावल को अपनी ओर आकर्षित करने वाले भाग्यशाली सिक्के बेचने का लालच देकर लोगों को किसी सुनसान जगह पर बुलाता और इसके बाद वह प्रसाद में सायनाइड मिलाकर खिला देता था. प्रसाद खाने वाले की मौके पर मौत हो जाती और ये कातिल उन्हें लूटकर फरार हो जाता....इस कातिल का नाम है सिमहाद्री उर्फ़ शिवा. ये जरायम की दुनिया में सायनाइड शिवा के नाम से भी कुख्यात है...

Apradh Lok : प्रसाद खिलाकर कत्ल करने वाला सायनाइड शिवा, भाग्यशाली सिक्कों से फंसाता था शिकार

1.0x
  • 1.5x
  • 1.25x
  • 1.0x
10
10
X

सभी 174 एपिसोड

12 अक्टूबर 1987...जगह कनाडा का वैनकूवर शहर..यहां के नियाग्रा होटल के कमरे में फर्श पर पड़ी हुई एक महिला की नग्न लाश कर्मचारियों को मिलती है. कर्मचारियों की सूचना पर पुलिस मौका ए वारदात पर पहुंचती है. जांच में पता चलता है कि ज्यादा शराब पीने की वजह से महिला की मौत हुई है. महिला का नाम वैनेसा ली बकनर था जो न तो इतनी शराब पीती थी और न ही सेक्स वर्कर थी. बकनर ने हाल ही में अपने नवजात बच्चे की कस्टडी खो दी थी जिसकी वजह से वो डिप्रेशन में थी और शराब के नशे में अपना गम भुलाना चाहती थी...लेकिन मामला जितना सीधा लग रहा था उतना था नहीं...बकनर की हत्या की गई थी.  जुर्म की दुनिया में आज बात होगी कनाडाई सीरियल किलर गिल्बर्ट पॉल जॉर्डन की जिसे द बूजिंग बार्बर के नाम से भी जाना जाता है...जॉर्डन जो कभी एक नाई हुआ करता था वो पहला कनाडाई था जिसे शराब को हत्या के हथियार के रूप में इस्तेमाल करने के लिए जाना जाता था। जॉर्डन का लंबा आपराधिक रिकॉर्ड 1952 में शुरू हुआ और इसमें बलात्कार, अभद्र हमला, अपहरण, हिट एंड रन, नशे में गाड़ी चलाने और कार चोरी के आरोप शामिल हैं।

23 जनवरी 1978...जगह कैलिफोर्निया का सैन क्वैंटिन शहर...दोपहर करीब दो बजे 22 साल की टेरी वालिन घर पर अकेली थीं...उनके पति किसी काम के सिलसिले में बाहर गए हुए थे. किचन में काम खत्म कर जब वो ड्राइंगरूम पहुंचती हैं तो उन्हें वहां करीब 30 साल का संदिग्ध शख्स खड़ा दिखता है. उसके हाथ में एक बंदूक होती है. इससे पहले कि टेरी वालिन कुछ समझ पातीं संदिग्ध शख्श ने उनके जिस्म पर धड़ाधड़ तीन गोलियां उतार दीं. टेरी उस वक्त 3 महीने की गर्भवती थीं। कातिल का मकसद टेरी को सिर्फ मारना ही नहीं था...इसके बाद उसने जो किया वो सोच से भी परे था..जुर्म की दुनिया में आज बात होगी कैलिफोर्निया के सीरियल किलर रिचर्ड ट्रेंटन चेज की जिसे ड्रैकुला किलर भी कहा जाता था. इस दरिंदे ने 1977 और 78 यानी मात्र एक साल में छह लोगों की हत्या की और उनका खून पी गया. 

आपने दुनिया के कई खूंखार सीरियल किलर्स के बारे में सुना होगा, लेकिन अमेरिका के  रिचर्ड रेमिरेज के जुर्म के बारे में सुनकर आपकी रूह कांप जाएगी। उसके अपराधों की वजह से दुनिया ने उसे ‘रात का शिकारी’ के नाम से भी जानती है। उस पर 13 हत्या, 5 हत्या के प्रयास, 11 रेप और 14 डकैती के मामले दर्ज किए गए।

31 जुलाई 1977 की रात नौ बजे...अमेरिका के न्यूयॉर्क में एक कार सिटी पार्क के पास स्ट्रीट लाइट के नीचे खड़ी थी। कार में स्टेसी मोस्कोविट्ज़ और रॉबर्ट वायलेंटे मौजूद थे जिनकी उम्र करीब 20 -20 साल थी. दोनों एक दूसरे की बाहों में बाहें डाले प्यार के खूबसूरत पलों को महसूस कर रहे थे. तभी स्टेसी की तरफ के शीशे पर दस्तक होती है और एक शख्स करीब से दोनों पर गोलियां बरसा देता है. इससे पहले कि वहां मौजूद लोग कुछ समझ पाते हमलावर सिटी पार्क की तरफ फरार हो जाता है. टॉमी ज़ैनो नाम का एक शख्स हमले के वक्त वहां से गुजर रहा था. उसने तुरंत स्टेसी और वायलेंटे को अपनी कार से अस्पताल पहुंचाया. इस हमले में वायलेंटे अपनी बाईं आंख गंवा देते हैं और स्टेसी इस दुनिया से रुखसत हो जाती हैं...
जुर्म की दुनिया में आज बात होगी अमेरिका के सीरियल किलर डेविड रिचर्ड बर्कोविट्ज़ कि जिसे सन ऑफ सैम और .44 कैलिबर किलर के रूप में भी जाना जाता है, इस शख्स ने मात्र एकसाल के अंदर 8 लड़कियों को मौत के घाट उतार दिया. ये हत्या उन प्रेमी जोड़ों को निशाना बनाता था जो एकांत में प्रेम के पलों को बिता रहे होते थे. ये पहले लड़की पर गोलियां बरसाता फिर लड़कों पर...इतना ही नहीं हत्या करने के बाद ये दरिंदा एक पत्र भी छोड़ता था जिसमें पुलिस का मजाक उड़ाया जाता था और वादा किया जाता था कि वो अपने अपराधों को ऐसे ही अंजाम देता रहेगा. पत्र भेजने वाले का नाम सन ऑफ सैम.   

दुनिया के कई देशों में ऐसे सीरियल किलर हुए, जिनकी वजह से लाखों लोग दहशत के साए में रहे। इंडोनेशिया में भी एक ऐसे ही खौफनाक सीरियल किलर था, जिसका नाम अहमद सुरादजी था। साल 1986 और 1997 के दौरे में अहमद सुरादजी ने 42 लड़कियों और महिलाओं को मौत के घाट उतार दिया था। हालांकि उसे उसके जुर्मों के लिए  सजा भी मिली लेकिन इसके वारदातों के सुनने के बाद लोग सिहर जाते हैं।

आज से लगभग पांच दशक पहले जब इस अपराधी की उम्र महज 21 साल की थी। तभी उसने जिंदगी में किसी इंसान के कत्ल की पहली वारदात को अंजाम दिया था, उसके बाद इस खूंखार सीरियल किलर ने साल 1974 से 1978 के बीच महज चार साल में 4 बेकसूर लोगों को एक के बाद एक कत्ल कर डाला। 

तारीख 20 फरवरी 1949... इंग्लैंड का ससेक्स प्रांत... लियोपोल्ड रोड पर मौजूद गोदाम के बाहर से एक बुज़ुर्ग महिला की लाश बरामद होती है. लाश का आधे से ज्यादा हिस्सा गला हुआ था और शरीर पर जगह-जगह चोटों के निशान थे. आस-पड़ोस के लोग फौरन मामले की इत्तला पुलिस को देते हैं. पुलिस फौरन घटनास्थल पर पहुंच मौका मुआयना करती है. लाश और उसके आस-पास से कई संजीदा सुराग भी बरामद होते हैं. तफ्तीश में पुलिस का ध्यान लाश की गरदन पर मौजूद गोली के निशान पर जाता है जो इस और साफ इशारा था कि यह मामला हत्या का है...

सन 1985...इंग्लैंड के पश्चिमी यॉर्कशायर से 16 साल की फ्लोरेंस नाम की लड़की गायब हो जाती है। उसके माता पिता ने पुलिस को बताया कि उनकी बेटी शाम को अपने दोस्तों के घर पार्टी करने गई थी. जब देर रात वो घर नहीं लौटी तो उन्होंने उसके दोस्तों से संपर्क किया लेकिन दोस्तों ने बताया कि वो पार्टी में पहुंची ही नहीं...पुलिस रिपोर्ट दर्ज कर छानबीन में जुट जाती है...दिन बीतते हैं...महीने बीतते हैं और बीत जाता है साल लेकिन फ्लोरेंस की कुछ पता नहीं था... 
जुर्म की दुनिया में आज बात होगी इंग्लैंड की सीरियल किलर रोज़ मेरी पॉलीन वेस्ट की जिसने 1973 और 1987 के बीच कम से कम नौ लड़कियों की हत्या की. उसके गुनाहों में उसके पति, फ्रेड वेस्ट ने भी साथ दिया. रोज़मेरी वेस्ट एक निडर माँ की तरह लगती थी, लेकिन जब पुलिस उसके घर में दाखिल हुई तो कई युवतियों के शरीर के अवशेष मिले जिसमें उसकी 8 साल की अपनी बेटी भी शामिल थी। ये दंपत्ति घर में वेश्यावृत्ति कराता और अगर इनके बच्चे विरोध करते तो उन्हें यातना दी जाती..यहां तक कि कुछ बच्चों को मौत के घाट भी उतार दिया गया...1995 में दस हत्याओं के लिए दोषी ठहराए जाने के बाद से रोज़ यॉर्कशायर के एचएम जेल में बंद है। 

जुर्म की दुनिया का एक ऐसा अपराधी, जिसके खौफ ने 1967 और 1980 के बीच न्यूयॉर्क और न्यू जर्सी जैसे बड़े इलाकों को दहशत से भर दिया, जिसकी हवस और कमउम्र लड़कियों को मौत देने की सनक इस हद तक गुजर गई कि उसे नाम दिया गया द टाइम्स स्क्वायर किलर...

13 जुलाई 1966..रात 11 बजे...शिकागो 100 सेंट टाउनहाउस में बने महिला नर्सिंग छात्रावास में कुछ छात्राएं बातचीत कर रहे होते हैं। तभी दरवाजे की दस्तक होती है। एक छात्रा उठकर दरवाजा खोलती है. दरवाजा खुलते ही एक 25 साल का युवक हाथ में चाकू लिए अंदर घुस आता है। चाकू की नोंक पर ये युवक सभी को एक कमरे में बंद कर देता है। इसके बाद शुरू होता है खूनी खेल. युवक महिलाओं को बारी-बारी से कमरे से बाहर बुलाता जाता है और चाकू घोंपकर मौत के घाट उतारता जाता है। हत्या करने से पहले वो अपने शिकार के मुंह में कपड़ा ठूंस देता है ताकि कमरे में बंद दूसरी लड़कियां चीखों की आवाज न सुन पाएं. अंत में उसने अपने आखिरी शिकार 22 साल की ग्लोरिया डेवी का बलात्कार किया और उसे गला घोंटकर मार डाला. इस तरह कातिल ने केवल एक चाकू की मदद से ग्लोरिया डेवी, पेट्रीसिया माटुसेक, नीना जो श्माले, पामेला विल्केनिंग, सुज़ैन फ़ारिस, मैरी एन जॉर्डन, मेरलिटा गार्गुलो और वेलेंटीना पैशन को बेदर्दी से जान ले ली...मरने वाली सभी लड़कियां 20 से 24 साल की उम्र की थीं...

आवाज

Election
बेहतर अनुभव के लिए
4.3
ब्राउज़र में ही
एप में पढ़ें

क्षमा करें यह सर्विस उपलब्ध नहीं है कृपया किसी और माध्यम से लॉगिन करने की कोशिश करें

Followed