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Apradh Lok : पिता का दिल निकालकर खाने वाला सीरियल किलर, जिसे ब्राजील में माना जाता है हीरो

6 February 2023

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4:47
24 मई 1973. जगह ब्राजील की सेंटा रीटा जेल. एक 19 साल का लड़का जेल में बंद अपने पिता से मिलने पहुंचता है. पुलिसकर्मी दोनों को एकांत कमरे में छोड़कर चले जाते हैं. थोड़ी की देर में कमरे से चीखने की आवाज आने लगती है. पुलिसकर्मी जैसे ही कमरे का दरवाजा खोलते हैं उनके होश उड़ जाते हैं. लड़के के हाथ में उसके पिता का दिल था जिसे वो नोच-नोचकर खा रहा था. फर्श पर चारों तरफ खून बिखरा पड़ा था और पिता की लाश जमीन पर पड़ी होती है. लड़के ने उस धारदार हथियार से पिता की हत्या कर दी थी जिसे वो छिपाकर लाया था. जुर्म की दुनिया में आज बात होगी एक ऐसे सीरियल किलर की जिसे ब्राजील के लोगों ने सिर आंखों में बिठाया. वजह ये थी कि उसके ज्यादातर शिकार अपराधी या भ्रष्टाचारी थे. उसने हत्यारों, बलात्कारियों, ड्रग डीलरों, धोखेबाजों, चोरों और ऐसे ही 100 लोगों को मौत के घाट उतारा. ब्राजील के इस सीरियल किलर का नाम पेड्रो रोड्रिग्स है.पेड्रो रोड्रिग्स ने जेल में अपने पिता की हत्या इसलिए की क्योंकि उसके पिता ने उसकी मां और बहन की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी. अपनी मां और बहन की मौत से उसे गहरा सदमा हुआ और उसने पिता को खत्म करने की ठानी. पिता की हत्या के जुर्म में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार होने के बाद पेड्रो को एक बलात्कारी सहित दो अन्य अपराधियों के साथ पुलिस की गाड़ी में कोर्ट ले जाया जा रहा था. जब पुलिस ने कोर्ट पहुंचकर गाड़ी का दरवाजा खोला तो उन चार कैदियों में एक की मौत हो चुकी होती है। दरअसल पेड्रो ने बलात्कारी कैदी की हत्या कर दी थी. 

Apradh Lok : पिता का दिल निकालकर खाने वाला सीरियल किलर, जिसे ब्राजील में माना जाता है हीरो

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1 अगस्त, 1966 को एक 25 साल का शख्स राइफल और अन्य हथियार लेकर अमेरिका के ऑस्टिन में टेक्सास विश्वविद्यालय की मुख्य बिल्डिंग टॉवर से आसपास के परिसरों और सड़कों पर मौजूद लोगों पर अंधाधुंध गोलियां चलाना शुरू कर देता है। अगले 96 मिनटों में वो 15 लोगों को मौत के घाट उतार देता है। इस हमलावर की गोलीबारी में 31 अन्य लोग घायल हो जाते हैं। यह हमला अमेरिकी इतिहास में एक अकेले बंदूकधारी द्वारा की गई सबसे घातक सामूहिक गोलीबारी थी. आज बात होगी एक ऐसे सामूहिक हत्याकांड की जिसे अमेरिका ने पहली बार देखा था. इस हमले ने अमरीकी लोगों को दहला दिया। आज बात करेंगे सनकी कातिल चार्ल्स व्हिटमैन की जो टेक्सास टॉवर स्नाइपर के नाम से कुख्यात हुआ.

80 के दशक के आखिरी सालों में चेन्नई लड़कियों के लिए एक खतरनाक शहर बन चुका था. आए दिन लड़कियां गायब हो रही थीं। पुलिस थानों में लापता लड़कियों के मां-बाप इस उम्मीद में चक्कर काट रहे थे कि शायद उनकी लापता बेटी की कोई खबर मिल जाए लेकिन पुलिस नाकाम थी. पुलिस को लग रहा था कि दहेज देने में असमर्थ परिवारों ने वेश्यावृत्ति के लिए इन्हें बेच दिया है. वो लापता लड़कियों के परिवार वालों को गंभीरता से नहीं ले रहे थे। लेकिन उनका ये भ्रम जल्द टूटने वाला था.

15 जून 2016, महाराष्ट्र के सतारा के वेलम गांव से आंगड़बाड़ी कार्यकर्ता मंगला जेधे अचानक गायब हो जाती हैं। 49 साल की मंगला महाराष्ट्र पूर्व प्राथमिक शिक्षा संघ की अध्यक्ष भी थीं। जब मंगला का कुछ पता नहीं चलता तो उनके परिवारवाले पुलिस को खबर करते हैं। चूंकि मंगला सामाजिक कार्यों में सक्रिय रहती थीं इसलिए पूरा गांव उनकी खोजबीन में जुटा था लेकिन सफलता हाथ नहीं लग रही थी...जुर्म की दुनिया में आज बात होगी महाराष्ट्र के सीरियल किलर डॉ संतोष पॉल की. फर्जी डिग्री के आधार पर खुद को डॉक्टर बताने वाले संतोष पॉल ने 13 सालों में 6 लोगों को जहरीला इंजेक्शन देकर मार डाला और उनकी लाशों को अपने ही घर में दफना दिया था। संतोष डॉक्टर डेथ के नाम से भी कुख्यात हुआ....पुलिस को शक था कि मंगला के गायब होने में गांव का ही कोई शख्स शामिल हो सकता है। इसलिए गांव के हर घर से पूछताछ शुरू की गई. 

सन 2018. आंध्र प्रदेश के तीन जिलों में हत्याओं का सिलसिला शुरू होता है। इनमें से सिर्फ़ चार मौतों को ही संदिग्ध माना गया और बाकी को सामान्य मौत मानकर पुलिस ने केस बंद कर दिया. लेकिन पुलिस मामले को जितना आसान समझ रही थी असल में वो बेहद पेंचीदा था.जुर्म की दुनिया में आज बात होगी एक ऐसे कातिल की जो चावल को अपनी ओर आकर्षित करने वाले भाग्यशाली सिक्के बेचने का लालच देकर लोगों को किसी सुनसान जगह पर बुलाता और इसके बाद वह प्रसाद में सायनाइड मिलाकर खिला देता था. प्रसाद खाने वाले की मौके पर मौत हो जाती और ये कातिल उन्हें लूटकर फरार हो जाता....इस कातिल का नाम है सिमहाद्री उर्फ़ शिवा. ये जरायम की दुनिया में सायनाइड शिवा के नाम से भी कुख्यात है...

4 मार्च 1980...जगह अमेरिका का लॉस एंजिलिस शहर...एक 16 साल का किशोर स्टीवन जॉन वुड स्कूल जा रहा था. रास्ते में उसे करीब 32 साल का एक शख्स मिलता है। वुड इस शख्स को पहले से ही जानता था क्योंकि उसके बड़े भाई ने उससे मिलवाया था...ये शख्स वुड से कहता है कि वो अपनी वैन से उसे स्कूल छोड़ देगा. वुड बिना कुछ सोचे वैन में बैठ जाता है। इसके बाद उसका कोई पता नहीं चलता। अगले दिन पुलिस को वुड की नग्न लाश पैसिफिक कोस्ट हाईवे के बीच किनारे मिलती है। वुड की गलाकर घोंटकर हत्या करने से पहले उसके साथ कुकर्म किया गया था...उसके शरीर पर कई जगह चोटों के निशान भी मिले....जुर्म की दुनिया में आज बात होगी अमेरिका के सीरियल किलर विलियम जॉर्ज बोनिन की जिसे फ्रीवे किलर के नाम से भी जाना जाता है। मई 1979 से जून 1980 तक दक्षिणी कैलिफोर्निया में इस दरिंदे ने कम से कम इक्कीस युवकों की कुकर्म के बाद हत्या की थी।

बेशुमार संपत्ति के साथ निकोलायेवना साल्तिकोवा उस समय मॉस्को की सबसे अमीर विधवा बन गई थी। पति की मौत से पहले वह काफी धार्मिक और दयालु किस्म की महिला मानी जाती थी, लेकिन उसके बाद उसके अंदर एक ऐसा बदलाव आया, जिसने बर्बरता की सारी हदें पार कर दीं...

जुर्म की दुनिया में आज बात एक ऐसे क़त्ल की जिसे करने का मकसद और उसका अंजाम दिल दहला देने वाला था, आज की कहानी की जमीन है मायानगरी मुंबई..
सुनिए अपराध लोक

जुर्म की दुनिया में आज बात होगी एक ऐसे कातिल की जिसने पूरे अमेरिका को भूकंप से बचाने के लिए कई मासूमों को मौत के घाट उतार दिया, उसने करीब 5 से 6 महीनों में करीब 13 लोगों को अपनी दरिंदगी का शिकार बनाया...

6 मार्च 2002.जगह जापान का छठा सबसे बड़ा शहर फुकुओका.आधी रात इलाके की पुलिस चौकी पर एक कमउम्र लड़की पहुंचती है. हाथ-पैर में बंधी बेड़ियां, बिखरे बाल, फटे कपड़े और शरीर पर जगह-जगह चोटों के गहरे निशान... लड़की को इतनी रात इस हालत में देख पुलिस चौकी पर तैनात पुलिसकर्मी हैरत में पड़ जाते हैं... लड़की का यह सूरतेहाल किसी बड़ी आफत की तरफ इशारा कर रहा था, लेकिन यह मुसीबत आखिर थी क्या?..बस इसी एक सवाल ने खुलासा किया जपान की अबतक की सबसे खौफनाक और दर्दनाक वारदातों के सिलसिले का, जिसमें एक आदमी की सनक नामालूम कितनी मौतों की वजह बनी...

8 जुलाई 1962 को बोस्टन हेराल्ड अखबार के रविवार संस्करण में एक चौंकाने वाली खबर छपी "मैड स्ट्रैंगलर ने की बोस्टन में चार महिलाओं की हत्या। अखबार ने चेतावनी भी दी कि "बोस्टन शहर में एक पागल अजनबी खुला घूम रहा है" जिसने "पिछले महीने के दौरान चार महिलाओं को मार डाला है।जुर्म की दुनिया में आज बात होगी अमेरिकी सीरियल किलर एल्बर्ट डी साल्वो की जिसने बोस्टन शहर की महिलाओं में खौफ पैदा कर दिया था.

उसने 19 साल से लेकर 85 साल तक की महिलाओं को अपनी हैवानियत का शिकार बनाया. इस सिरफिरे ने महज दो साल में 13 महिलाओं को मौत के घाट उतार दिया. लोग उसे "फैंटम फ़िएंड" और "फैंटम स्ट्रैंगलर" पुकारने लगे थे.14 जून, 1962 और 4 जनवरी 1964 के बीच, अमेरिका के बोस्टन शहर में 19 से 85 साल की उम्र की 13 महिलाओं की हत्या कर दी जाती है। ज्यादातर महिलाओं की उनके अपार्टमेंट में बलात्कार करने के बाद कपड़े से गला घोंटकर हत्या की गई थी।

सबसे बुजुर्ग पीड़ित का दिल का दौरा पड़ने से मौत हुई थी। दो अन्य महिलाओं की चाकू मारकर हत्या कर दी गई, जिनमें से एक को बुरी तरह पीटा गया था। सभी की लाशें उनके बेड पर नग्न अवस्था में पड़ी मिली थीं. पुलिस को उनके घर में जबरन घुसने का कोई सबूत नहीं मिलता है और वो ये जान चुकी थी कि महिलाएं या तो अपने हत्यारे को जानती थीं या मर्जी से उसे अपने घरों में आने की अनुमति दी गई थी। सभी महिलाएं घर में अकेली रहती थीं. वो या तो छात्रा थीं या विधवा या फिर तलाकशुदा...कातिल ने सभी का शिकार दिन में किया था. शुरुआती जांच में पुलिस समझ चुकी थी कि ये काम किसी एक शख्स का है.  हो सकता है कि कातिल ने मरम्मत करने वाले या डिलीवरी करने वाले व्यक्ति के रूप में कपड़े पहन रखे हों...
 

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