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यश चोपड़ा
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Sun Cinema : जब बड़े भाई को रास नहीं आई यश चोपड़ा और साधना की मोहब्बत

6 February 2023

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निर्माता-निर्देशक यश चोपड़ा बॉलीवुड के रोमांस किंग थे. उन्होंने जितनी शिद्दत से पर्दे पर मोहब्बत की खुशबू बिखेरी उतनी ही शिद्दत से खुद भी मोहब्बत की...हालांकि उन्होंने शादी पामेला चोपड़ा से की लेकिन उनकी जिंदगी में दो अभिनेत्रियां मोहब्बत बनकर आईं...एक तो मुमताज जिनके बारे में मैं आपको पहले ही बता चुका हूं और दूसरी साधना...साधना से भी यश के इश्क के चर्चे खूब रहे...साधना और यश चोपड़ा की पहली मुलाकात फिल्म वक्त के दौरान हुई थी...यश चोपड़ा इस फिल्म के निर्देशक थे...इस फिल्म में बलराज साहनी, शशि कपूर, राजकुमार, सुनील दत्त जैसे बड़े-बड़े कलाकार थे.फ़िल्म वक्त में उन्होंने साधना को कुछ इस तरीके से पेश किया कि हर दिल की धड़कन बढ़ गई.

Sun Cinema : जब बड़े भाई को रास नहीं आई यश चोपड़ा और साधना की मोहब्बत

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फिल्मों में आपने ये डायलॉग तो जरूर सुना होगा...भागने की कोशिश मत करना...हमने तुम्हें चारों तरफ से घेर लिया है...भलाई इसी में है कि तुम अपने आप को कानून के हवाले कर दो...कुछ याद आया...जी हां..हिंदी फिल्मों में लगभग हर पुलिसवाले की जुबान से ये सुनने को मिल ही जाता था...इस डायलॉग को सुनकर एक जो तस्वीर सामने उभरकर आती है वो हैं इफ्तिखार...सिने प्रेमी अभिनेता इफ्तिखार को पुराने जमाने की फिल्मों में पुलिसवाले की अनगिनत भूमिकाओं के लिए बखूबी जानते हैं...लेकिन क्या आप जानते हैं कि इफ्तिखार एक अच्छे कलाकार के साथ-साथ अच्छे गायक और पेंटर भी थे...हम आज इन्हीं की जिंदगी के बारे में बात करेंगे कि कैसे वो एक अच्छी खासी नौकरी छोड़कर मनोरंजन की दुनिया में आगे बढ़े...

आप सदी के महानायक अमिताभ बच्चन के बारे में तो जानते ही हैं लेकिन क्या आप सदी के खलनायक के बारे में जानते हैं...ये वो खलनायक था जिसकी कुटिल मुस्कान और आंखों से घूरना दर्शकों में खौफ पैदा कर देता था...लोगों ने उसके नाम से अपने बच्चों के नाम रखने बंद कर दिए थे...आज की कहानी है दिग्गज अभिनेता प्राण की...उनका तकियाकलाम बरखुरदार हिंदी सिनेमा में आज भी उनकी याद दिला देता है...पुरानी दिल्ली में जन्म लेने वाले प्राण का ज्यादातर वक्त लाहौर में गुजरा...उनका पूरा नाम 'प्राण किशन सिकंद' था जो फिल्मों में आने के बाद सिर्फ प्राण रह गया था...दिल्ली में उनका परिवार बेहद समृद्ध था...वे बचपन से ही पढ़ाई में होशियार रहे, खास तौर पर गणित में...उनके पिता भी इंजीनियर थे..ये तो सब जानते हैं कि प्राण को पान खाने का शौक था और इसी शौक ने उन्हें फिल्मों तक पहुंचा दिया...

सचिन देव बर्मन, संगीत की दुनिया में एक ऐसा नाम जिसने अपने सुरों से एक नए युग की शुरुआत की। उनके नगमों और संगीत को चाहकर भी नहीं भुलाया जा सकता है। आज उनके चाहने वालों के लिए उनके संगीत के सफर के साथ हम लाए हैं कुछ अनसुने किस्से। ये किस्से सुन आप जान पाएंगे कि कितने अद्भुत थे एसडी बर्मन। एसडी बर्मन को अलग-आलग राज्य के संगीत प्रेमी अलग-अलग नामों से पुकारते थे। कोलकाता के लिए वो "सचिन कारता" तो मुंबई के लिए "बर्मन दा" थे। इसी तरह बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल के रेडियो श्रोताओं में "शोचिन देब बोर्मोन" के नाम से जाने जाते थे। वहीं सिने जगत के लिए "एस.डी" थे। एसडी बर्मन त्रिपुरा के राजा नबद्वीप चंद्र देव बर्मन के बेटे थे। सचिन 9 भाई-बहनों में से एक थे।

शम्मी कपूर मनमौजी अभिनेताओं में से एक थे। वैसे तो उनका दिल कई अभिनेत्रियों पर आया लेकिन सभी ने उनसे शादी से करने से किनारा कर लिया। गीता बाली से आखिरकार उन्होंने शादी की। शम्मी से शादी करने के लिए उनसे उम्र में बड़ी गीता तैयार तो हो गईं लेकिन शम्मी के परिवारवाले इस शादी के खिलाफ थे। ऐसे में शम्मी को मशहूर कॉमेडियन जॉनी वॉकर ने सलाह दी और फिर...

दोस्तों आज बात होगी अपने जमाने की मशहूर अभिनेत्री शशिकला की...शशिकला का नाम सुनते ही आपकी नजरों के सामने एक बुरी औरत की तस्वीर आ जाती होगी जो फिल्मों में वैम्प का किरदार अदा करती थी...लेकिन क्या आप जानते हैं कि शशिकला परदे पर जैसी दिखती थीं, वैसी थीं नहीं...असल जिंदगी में वो बेहद सौम्य, मृदुभाषी और रहमदिल थीं...वो खुद कहती थीं कि मुझे पता नहीं मैंने कैसे दुष्ट औरत के रोल कर लिए...उन्होंने करीब 100 बॉलीवुड फिल्मों में काम किया।

दोस्तों आज की कहानी दो ऐसे दिग्गज कलाकारों की मोहब्बत की है...जो कभी पूरी न हो सकी...एक ने ताजिंदगी अकेले रहने का फैसला किया तो दूसरे ने अकेलेपन से पीछा छुड़ाने के लिए किसी दूसरे का हाथ पकड़ लिया...जी हां, बात हो रही है अभिनेता देव आनंद और सुरैया की..हम आपको बताएंगे कि कैसे सुरैया को देव आनंद से मोहब्बत हुई और कैसे धर्म दोनों के बीच दीवार बनकर खड़ा हो गया और सुरैया की मां ने सुरैया से आखिरी बार मिलने के लिए देव को कितना वक्त दिया और जब देव सुरैया से मिलने गए तो साथ में एक पुलिसवाले को ले गए...

दोस्तों शोहरत की दास्तां भी बड़ी अजीब होती है...इसकी कहानी कब खत्म हो जाए पता ही नहीं चलता...जो बुलंदी पर है वो कब जमीन पर आ जाए कहा नहीं जा सकता...ऐसी ही कहानी है अपने जमाने के मशहूर अभिनेता भगवान दादा की....हिंदी सिनेमा के मशहूर अभिनेता और निर्देशक भगवान दादा का असली नाम भगवान अबाजी पांडव था। खुद भगवान दादा ने भी फिल्मों में आने से पहले मजदूरी तक की थी। 

दोस्तों आज बात होगी एक ऐसी दोस्ती की जो अटूट तो है ही साथ ही इस इन दोस्तों ने कई हिट फिल्में भी दी हैं। ये जोड़ी शोले के जय और वीरू से कम नहीं है। हम बात कर रहे हैं किंग खान शाहरुख और करण जौहर की....बॉलीवुड के किंग खान शाहरुख खान व निर्माता निर्देशक करन जौहर की दोस्ती के बारे में सभी जानते हैं। शाहरुख ने ही करन को निर्देशक बनने की प्रेरणा दी। लेकिन कम ही लोग यह जानते होंगे कि शाहरुख खान और करन जौहर पहली बार कैसे मिले थे।

आज बात करेंगे राज खोसला द्वारा निर्देशित 1964 में आई मिस्ट्री थ्रिलर फिल्म वो कौन थी की. फिल्म में साधना, मनोज कुमार और प्रेम चोपड़ा ने मुख्य भूमिका निभाई थी.लेकिन क्या आप जानते हैं कि मनोज कुमार इस फिल्म को करना नहीं चाहते थे...

दोस्तों आज बात होगी एक ऐसी मोहब्बत की जो शायद ही आपको पता हो...बॉलीवुड में रोमांटिक फिल्मों के एक नए दौर को शुरू करने वाले निर्माता-निर्देशक यश चोपड़ा और मुमताज की...क्यों उड़ गए न होश...जी हां...अपनी फिल्मों से प्रेम की नई परिभाषा गढ़ने वाले यश चोपड़ा भी मुमताज की मोहब्बत में गिरफ्त थे...चलिए सुनाते हैं ये किस्सा....60-70 के दशक की मशहूर हीरोइन मुमताज तो आप सभी को याद होंगी ही। उस दौर में उनकी अदा, स्टाइल और एक्टिंग के दौरान उनकी हल्की सी मुस्कान सभी को अपना दीवाना बना देती थी। लेकिन शायद ही आप जानते हों कि लाखों दिलों को घायल कर देने वाली मुमताज निर्देशक यश चोपड़ा के प्यार में पागल थीं। खुद यश चोपड़ा भी मुमताज को बेहद पसंद करते थे।

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