रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध को शुरू हुए एक साल से अधिक हो गया है। फिलहाल इसका अंत दिखाई नहीं दे रहा है। इस बीच, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एलान किया है कि यूक्रेन से सटे बेलारूस में रूस के परमाणु हथियार तैनात किए जाएंगे। वहीं, रूस के इस एलान के बाद यूक्रेन ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का दरवाजा खटखटाया है। यूक्रेन की सरकार ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से 'क्रेमलिन की परमाणु ब्लैकमेलिंग का मुकाबला' करने के लिए एक आपातकालीन बैठक बुलाने की मांग की है। वहीं, रूसी अधिकारियों ने यूक्रेन पर ड्रोन से हमला करने का आरोप लगाया है। रूसी अधिकारियों ने कहा है कि दोनों देशों की सीमा से काफी दूर रूसी इलाके के एक कस्बे में एक यूक्रेनी ड्रोन के विस्फोट से तीन लोग घायल हो गए हैं। अधिकारियों ने ड्रोन की पहचान यूक्रेनी Tu-141 के रूप में की है।
यूक्रेन ने बयान जारी करके UNSC की आपात बैठक बुलाने की मांग की
रूसी राष्ट्रपति पुतिन की घोषणा पर यूक्रेन के विदेश मंत्रालय ने रविवार को एक बयान जारी कर निंदा की है। साथ ही संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आपात बैठक बुलाने की मांग की है। इस बयान में कहा गया है कि 'यूक्रेन ब्रिटेन, चीन, अमेरिका और फ्रांस द्वारा क्रेमलिन के परमाणु ब्लैकमेल का मुकाबला करने के लिए प्रभावी कार्रवाई की उम्मीद करता है, जिसमें संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य शामिल हैं, जिनके पास परमाणु हथियारों का उपयोग करके आक्रामकता के खतरों को रोकने की विशेष जिम्मेदारी है। दुनिया को किसी ऐसे व्यक्ति के खिलाफ एकजुट होना चाहिए जो मानव सभ्यता के भविष्य को खतरे में डालता है।'
रूसी राष्ट्रपति ने क्या की थी घोषणा?
यूक्रेन द्वारा यह बयान जारी करने के एक दिन पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बड़ा कदम उठाते हुए एलान किया था कि अब यूक्रेन से सटे बेलारूस में रूस के परमाणु हथियार तैनात किए जाएंगे। मॉस्को ने कहा था कि वह यूक्रेन के लिए पश्चिम के बढ़ते सैन्य समर्थन के जवाब में यह कदम उठा रहा है। शनिवार को पुतिन ने रूसी सरकारी टेलीविजन से कहा कि बेलारूस के राष्ट्रपति एलेक्जेंडर लूकाशेन्को लंबे वक्त से कहते रहे हैं कि रूस को अपने परमाणु हथियार रखे बेलारूस में भी रखने चाहिए।
राष्ट्रपति पुतिन ने यूरोप का जिक्र करते हुए कहा कि अमेरिका ने यूरोप में कई जगहों पर अपने परमाणु हथियार रखे हैं, उसकी तुलना में उनका ये कदम परमाणु निरस्त्रीकरण समझौतों का उल्लंघन नहीं होगा। उन्होंने कहा कि वाशिंगटन के पास बेल्जियम, जर्मनी, इटली, नीदरलैंड और तुर्की में स्थित परमाणु हथियार हैं। हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि इस हथियारों का कंट्रोल रूस बेलारूस के हाथों में नहीं देगा।
पुतिन ने कहा था कि हम भी वही कर रहे हैं जो वे दशकों से कर रहे हैं। वे अपने परमाणु हछियारों को कुछ सहयोगी देशों में तैनात कर रहे हैं, लॉन्च प्लेटफॉर्म तैयार कर रहे हैं और उनके क्रू को प्रशिक्षित कर रहे हैं।
पुतिन ने और क्या कहा?
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि रूस इस साल एक जुलाई तक बेलारूस में टैक्टिकल वीपन्स के भंडारण के लिए बनाई जा रहा स्टोरेज यूनिट का काम पूरा कर लेगा। उन्होंने आगे बताया कि रूस ने पहले ही परमाणु मिसाइलें लॉन्च करने के लिए जरूरी कुछ इस्कंदर मिसाइल सिस्टम बेलारूस भेज दिए हैं।
1990 के दशक के मध्य के बाद ये पहली बार है जब रूस अपने परमाणु हथियार अपने देश से बाहर अपने किसी मित्र देश में तैनात कर रहा है। 1991 में सोवियत संघ के विघटन के बाद रूस के हथियार नए स्वतंत्र हुए चार देशों में रह गए थे- रूस, यूक्रेन, बेलारूस और कजाकस्तान। इन सभी हथियारों को साल 1996 तक रूस लाने का काम पूरा कर लिया गया था।
यूक्रेनी ड्रोन के विस्फोट से तीन लोग घायल
इस बीच, रूस में अधिकारियों ने दावा किया है कि सीमा से दूर एक कस्बे में रविवार को एक यूक्रेनी ड्रोन के विस्फोट से तीन लोग घायल हो गए। सरकारी समाचार एजेंसी तास ने बताया कि अधिकारियों ने ड्रोन की पहचान यूक्रेनी Tu-141 के रूप में की है। अधिकारियों ने यह भी कहा कि इस विस्फोट में किरेयेवस्क शहर में आवासीय भवन क्षतिग्रस्त हो गए हैं। हालांकि यूक्रेन ने अभी तक इस घटना पर कोई टिप्पणी नहीं की है।