यूं तो वाराणसी के सांसद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब अपने संसदीय क्षेत्र आते हैं तो देश ही नहीं दुनिया की निगाह उन पर टिक जाती है। कारण, पीएम हर बार अपनी काशी के लिए कुछ अलग कर जाते हैं। इस बार मौका और भी खास था, काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण पर पीएम ने काशी की पुरातन संस्कृति और नवीनता का जिक्र कर बनारस की छवि दुनिया के सामने और मजबूत की।
उन्होंने गंगा में डुबकी लगाकर आस्था और धर्म परायणता का उदाहरण प्रस्तुत किया तो इसके साथ उन्होंने गंगा स्वच्छता पर सवाल खड़े करने वालों को भी करारा जवाब दिया। अयोध्या में राम मंदिर का शिलान्यास के बाद काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के बहाने मोदी ने हिंदू आस्था के प्रति रिश्ता और प्रगाढ़ किया।
इससे देश ही नहीं दुनिया भर के हिंदू धर्मावलंबियों में एक तरह का साफ संदेश गया कि यह सब मोदी ही कर सकते हैं। मिनी इंडिया के रूप में पहचान रखने वाली काशी में पीएम की गंगा में लगाई आस्था की डुबकी का भी देशभर में बड़ा संदेश जाएगा। काशी और भोलेनाथ के जरिए उन्होंने धर्म और विकास को भी एक साथ पिरोया।
उन्होंने गंगा में डुबकी लगाकर आस्था और धर्म परायणता का उदाहरण प्रस्तुत किया तो इसके साथ उन्होंने गंगा स्वच्छता पर सवाल खड़े करने वालों को भी करारा जवाब दिया। अयोध्या में राम मंदिर का शिलान्यास के बाद काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के बहाने मोदी ने हिंदू आस्था के प्रति रिश्ता और प्रगाढ़ किया।
इससे देश ही नहीं दुनिया भर के हिंदू धर्मावलंबियों में एक तरह का साफ संदेश गया कि यह सब मोदी ही कर सकते हैं। मिनी इंडिया के रूप में पहचान रखने वाली काशी में पीएम की गंगा में लगाई आस्था की डुबकी का भी देशभर में बड़ा संदेश जाएगा। काशी और भोलेनाथ के जरिए उन्होंने धर्म और विकास को भी एक साथ पिरोया।