खाली कुर्सियों को लेकर पार्टी के नेता ही नहीं बल्कि पुलिस और प्रशासन के अधिकारी भी चिंतित दिखे। स्थिति कुछ ऐसी रही कि जब दोनों राजनेता कार्यक्रम स्थल पर पहुंच गए और कुर्सियां नहीं भरीं तो पुलिस ने जुगाड़ लगाया। शाह और योगी निर्धारित समय डेढ़ बजे की बजाय ढाई बजे काशी विद्यापीठ पहुंचे थे। आगे की स्लाइड्स में देखें..
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी समेत पूर्वांचल के युवाओं को पार्टी से जोड़ने के लिए शनिवार को आयोजित युवा उद्घोष कार्यक्रम में कुर्सियां खाली रही गईं। इस बात को लेकर पार्टी विधायकों, पदाधिकारियों और व्यवस्था करने वालों की कार्यप्रणाली और क्षमता को लेकर तरह-तरह की चर्चा होने लगी।
अधिकारी के निर्देश पर राह चलते लोगों से भी सभा स्थल में जाने के लिए पुलिसकर्मी अनुरोध करने लगे। इसके साथ ही सभास्थल के प्रवेश द्वारों पर तैनात पुलिसकर्मियों को कहा गया कि उन्हें भी जाने दो जो काले रंग की जैकेट-स्वेटर पहने हुए हैं।
दो दिन पूर्व कार्यक्रम में 17 से 35 साल के 17 हजार युवाओं की भागीदारी होने का दावा किया गया था जबकि सात हजार युवा ही जुट पाए। सूत्रों की मानें तो रजिस्ट्रेशन भी 12 हजार ही हुए थे।
दूसरी ओर भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष लक्ष्मण आचार्य ने कहा कि यह पहला डिजिटल कार्यक्रम रहा। 20 रुपये देकर युवा इस कार्यक्रम में शामिल हुए। अमूमन राजनीतिक दल पैसा देकर कार्यक्रम के लिए भीड़ जुटाते हैं।