मां का दिल ऐसा कैसे हो सकता है। जिन बच्चों को जन्म दिया और आंखों के सामने उनका बचपन देखा। फिर एक ही पल में उन्हें मौत के घाट उतरवा दिया। सुनने में बड़ी अजीब है यह दर्दनाक घटना लेकिन, ऐसा हकीकत में हुआ है। जी हां, मेरठ जिले के खैरनगर की रहने वाली निशा बेग ने ऐसा इसलिए किया, क्योंकि वह अपने प्रेमी के इश्क में सब कुछ भूल चुकी थी।
बताया यह भी जा रहा है कि बेटे की बलि देकर वह मंत्र-तंत्र की शक्ति पाना चाहती थी।
जिसने भी सुना, कांप उठा कलेजा
पुलिस के अनुसार, निशा के प्रेमी पूर्व पार्षद सऊद फैजी ने पड़ोसियों के साथ मिलकर पहले बच्ची को नशे का इंजेक्शन देकर बेहोश कर दिया। इसके बाद सऊद ने तकिये से गला दबाकर मासूम बच्ची की हत्या कर दी। इसके बाद बच्चे (मेराब) को नशे का इंजेक्शन लगाया और गला दबाकर उसकी भी हत्या कर दी। इस दौरान बेरहम मां रसोई में खड़ी होकर अपनी बेटी की हत्या होते देखती रही। यही नहीं हत्या करने के बाद आरोपियों ने दोनों बच्चों के शव 25 किलोमीटर दूर नहर में फेंक दिए थे। इस वारदात के बारे में जिसने भी सुना, उनका कलेजा कांप उठा।
घटना वाले दिन क्या-क्या हुआ
घटना वाले दिन बुधवार शाम 6:30 बजे शाहिद बेग के मकान पर उसकी पत्नी निशा, प्रेमी पूर्व पार्षद सऊद, पड़ोसी मुसर्रत (54) और कोसर (58) थी। मेराब घर के बाहर खेल रहा था, कोनेन बेड पर लेटी थी और निशा रसाई में थी। सऊद ने बच्ची को नशीला इंजेक्शन लगा दिया। मुसर्रत-कोसर ने हाथ-पैर पकड़े और सऊद ने बच्ची के मुंह पर तकिया दबाकर मार डाला। बच्ची तड़पती रही और मां निशा रसोई में खड़ी होकर देखती रही। सऊद बच्ची के शव को कपड़े में लपेटकर पड़ोसी मुसर्रत के घर ले गया। फिर वह निशा के घर आ गया।
मेराब को मारने से पहले पिता से मोबाइल पर कराई बात
बच्ची की हत्या के बाद निशा, सऊद व दोनों महिलाओं ने साथ बैठकर चाय पी। चारों बातचीत करते रहे। शाम 7:20 बजे मेराब घर आया। वह मेराब को मारने की बात कर रहे थे, तभी निशा के मोबाइल पर शाहिद की कॉल आ गई। निशा ने फोन पर मेराब की बात शाहिद से करा दी। उसने पिता से खिलौना वाली ट्रेन लाने के लिए कहा।
इसके बाद मेराब को लेकर सऊद मुसर्रत के घर चला गया। पीछे-पीछे मुसर्रत, कोसर भी आ गईं। करीब रात आठ बजे जादूगर ओपी शर्मा का जादू दिखाने की बात कहकर सऊद ने उसे इंजेक्शन लगा दिया। फिर बाद में उसकी भी हत्या कर डाली।