पुलिस ने पिता की तहरीर पर गुमशुदगी दर्ज कर उसे अपहरण के मुकदमे में तरमीम कर लिया। बुधवार को अपहरण करने वाले ने आकांक्षा के भाई रामू के मोबाइल पर फोन करके छह लाख रुपये की फिरौती मांगी। रामू के पास जिस मोबाइल नंबर से काल आई, वह उसके पिता समरजीत का ही था।
वह मोबाइल फोन भी आकांक्षा के लापता होने पर घर से गायब हो गया था। रामू ने काल करने वाले को बातों में उलझाए रखा और कुछ रुपये कम करने की बात कही। इस पर काल करने वाले ने पांच लाख रुपये देने पर आकांक्षा को सुरक्षित देने की बात कही। रामू ने इसकी जानकारी पिता समरजीत को दी।