सर्दी की शुरुआत के साथ भोजन की तलाश में पहुंची व्हिसलिंग टील चिड़ियों की सीटी से चंबल की वादियां गूंज उठी हैं। अंडमान, निकोबार, मालदीव से आईं व्हिसलिंग टील चिड़ियों ने चंबल नदी किनारे डेरा डाल लिया है। घड़ियाल, मगरमच्छ, डाल्फिन देखने के लिए आने वाले पर्यटक इस चिड़िया की आवास सुनकर प्रभावित हो रहे हैं।
दिन में नदी किनारे की झाड़ियों में शांत रहने वाली व्हिसलिंग टील चिड़ियां चंबल में रात के समय भोजन की तलाश में निकलती है। मेढक आदि छोटे जीव और वनस्पतियां इनका भोजन है। शिकार के दौरान जलक्रीड़ा मंत्रमुग्ध कर देती है। इन चिड़ियों के सिर का ऊपरी हिस्सा गहरा भूरा, इसके गले के पास सफेद रंग, कंधे के पंख काले बदामी रंग के, चोंच नीले-भूरे रंग की होती है।
दिन में नदी किनारे की झाड़ियों में शांत रहने वाली व्हिसलिंग टील चिड़ियां चंबल में रात के समय भोजन की तलाश में निकलती है। मेढक आदि छोटे जीव और वनस्पतियां इनका भोजन है। शिकार के दौरान जलक्रीड़ा मंत्रमुग्ध कर देती है। इन चिड़ियों के सिर का ऊपरी हिस्सा गहरा भूरा, इसके गले के पास सफेद रंग, कंधे के पंख काले बदामी रंग के, चोंच नीले-भूरे रंग की होती है।