नाडा के सुनवाई पैनल ने ऐतिहासिक फैसले में एक पावरलिफ्टर को नाडा के मनमाने रवैये के चलते डोपिंग के आरोपों से मुक्त कर दिया गया। सनी चौधरी की अगुवाई वाले पैनल ने बिना सूचना के पावरलिफ्टर को नाडा ऑफिस बुला उसका सैंपल लिए जाने को मनमाना और गैरकानूनी करार दिया। नाडा ने पावरलिफ्टर को यह कहकर ऑफिस बुलाया कि उसके पहले लिए गए सैंपल के मामले में जांच करनी है। खिलाड़ी को यह नहीं बताया गया कि उसे सैंपल लेने के लिए बुलाया जा रहा है। इस वक्त तक खिलाड़ी के बी सैंपल की रिपोर्ट भी नहीं आई थी। बाद में खुलासा हुआ कि जिस सैंपल के लिए खिलाड़ी को डोप पॉजिटिव करार दिया गया है उसकी बी सैंपल रिपोर्ट में कुछ नहीं निकला है।