किसी के भी जीवन में सम्मान और प्रेम बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण होता है। हर व्यक्ति चाहता है कि उसे अपने जीवन ये दोनों ही चीजें प्राप्त हो। चाणक्य नीति कहती है कि सम्मान और प्रेम मांगने से प्राप्त नहीं होता है बल्कि उसके लिए मनुष्य को अपने भीतर अच्छे गुणों को विकसित करना पड़ता है। चाणक्य नीति और विद्वानों के अनुसार जो व्यक्ति गलत आदतों से स्वयं को बचाकर अच्छे गुणों को समाहित करता है वह समाज में सम्मान पाता है। नीति शास्त्र में कुछ गुणों के बारे में बताया गया है। जिस व्यक्ति में ये गुण होते हैं वह सभी का प्रिय और सम्मान का पात्र होता है।