भगवान श्रीराम के जीवन का वर्णन रामायण और रामचरित मानस में मिलता है। रामायण ग्रंथ को वैदिक युग में महर्षि वाल्मीकि ने लिखा था और मध्यकाल में कवि तुलसीदास ने रामचरित मानस की रचना की थी। लेकिन क्या आप यह जानते हैं कि एक रामायण प्रभु श्रीराम के सबसे बड़े भक्त हनुमान जी ने भी लिखा। इसे हनुमद रामायण के नाम से जाना जाता है।