हिमाचल प्रदेश में येलो अलर्ट के बीच सोमवार को रोहतांग, शिकारी देवी, भरमौर, कुफरी, नारकंडा समेत ऊंची चोटियों पर बर्फबारी हुई। शिमला समेत प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में बादल झमाझम बरसे। कई जगह ओलावृष्टि भी हुई। बारिश-बर्फबारी से प्रदेश में ठंड बढ़ गई। मौसम खराब रहने से अधिकतम तापमान में आठ डिग्री तक कमी दर्ज हुई। मंडी की बल्ह घाटी के भंगरोटू स्कूल में बिजली गिरने से आईटी शिक्षक बेहोश हो गईं। जलोड़ी जोत में बर्फबारी से आनी-कुल्लू नेशनल हाईवे 305 ठप हो गया। तीन दिनों से बंद उदयपुर-पांगी मार्ग बहाल होने के चार घंटे के बाद हिमस्खलन होने से दोबारा बंद हो गया है।
ट्रांसगिरि क्षेत्र की दर्जनों पंचायतों में ब्लैकआउट
सिरमौर के ट्रांसगिरि क्षेत्र की दर्जनों पंचायतों में ब्लैकआउट हो गया है। प्रदेश भर में 23 सड़कें और 5 पेयजल योजनाएं सोमवार शाम तक ठप रहीं। तांदी-पांग-संसारीनाला सड़क पर तिंदी-श्योर के बीच हिमस्खलन की घटना से पांगी के लोगों को संपर्क लाहौल के साथ कुल्लू-मनाली से कट गया है। सीमा सड़क संगठन ने सोमवार सुबह 9:30 बजे मार्ग खोला था लेकिन, दोपहर बाद करीब 2:00 बजे हिमस्खलन आने से फिर बंद हो गया। अटल टनल रोहतांग होकर वाहनों की आवाजाही सामान्य रूप से चलती रही। बारिश से बागबानों और किसानों को अब नुकसान का डर सता रहा है। सब्जियों के लिए अधिक बारिश ठीक नहीं है। सेब सहित गुठलीदार फलों की फ्लावरिंग में भी अधिक बारिश ठीक नहीं है। कृषि विभाग के उपनिदेशक डॉ. अतुल डोगरा ने कहा कि बारिश होने से गेहूं की फसल को काफी लाभ होगा।
24 मार्च तक मौसम खराब
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने प्रदेश के कई भागों में 24 मार्च तक मौसम खराब रहने के आसार जताए हैं। 23 व 24 मार्च को कई क्षेत्रों में बारिश-बर्फबारी की संभावना है। वहीं, 21 व 22 मार्च को भी मध्य व उच्च पर्वतीय एक-दो स्थानों में बारिश-बर्फबारी हो सकती है।
ये भी पढ़ें: Mandi News: भंगरोटू स्कूल में गिरी बिजली, पेड़ के उड़े चिथड़े, अध्यापिका बेहोश
ट्रांसगिरि क्षेत्र की दर्जनों पंचायतों में ब्लैकआउट
सिरमौर के ट्रांसगिरि क्षेत्र की दर्जनों पंचायतों में ब्लैकआउट हो गया है। प्रदेश भर में 23 सड़कें और 5 पेयजल योजनाएं सोमवार शाम तक ठप रहीं। तांदी-पांग-संसारीनाला सड़क पर तिंदी-श्योर के बीच हिमस्खलन की घटना से पांगी के लोगों को संपर्क लाहौल के साथ कुल्लू-मनाली से कट गया है। सीमा सड़क संगठन ने सोमवार सुबह 9:30 बजे मार्ग खोला था लेकिन, दोपहर बाद करीब 2:00 बजे हिमस्खलन आने से फिर बंद हो गया। अटल टनल रोहतांग होकर वाहनों की आवाजाही सामान्य रूप से चलती रही। बारिश से बागबानों और किसानों को अब नुकसान का डर सता रहा है। सब्जियों के लिए अधिक बारिश ठीक नहीं है। सेब सहित गुठलीदार फलों की फ्लावरिंग में भी अधिक बारिश ठीक नहीं है। कृषि विभाग के उपनिदेशक डॉ. अतुल डोगरा ने कहा कि बारिश होने से गेहूं की फसल को काफी लाभ होगा।
24 मार्च तक मौसम खराब
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने प्रदेश के कई भागों में 24 मार्च तक मौसम खराब रहने के आसार जताए हैं। 23 व 24 मार्च को कई क्षेत्रों में बारिश-बर्फबारी की संभावना है। वहीं, 21 व 22 मार्च को भी मध्य व उच्च पर्वतीय एक-दो स्थानों में बारिश-बर्फबारी हो सकती है।
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