उमरिया जिले के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के घुनघुटी वन परिक्षेत्र के बलवाई बीट में बाघ का शव मिला है। इसके बाद वन महकमा सकते में आ गया है। बाघ की मौत संदिग्ध परिस्थितियों में होना बताया जा रहा है। आला अधिकारी मौके पर पहुंचे। डॉग स्क्वॉड को भी मौके पर बुलाया गया है।
वन परिक्षेत्र अधिकारी अर्जुन सिंह बाजवा का कहना है कि बाघ की मौत संदेहास्पद है। डॉग स्क्वॉड को बुलाया है। मामले की बारीकी से जांच-पड़ताल की जा रही है। जानकारी के अनुसार मुड़ना नाला के पास टाइगर का शव मिला है। प्रथमदृष्टया ऐसा लग रहा है कि करंट लगाकर बाघ का शिकार किया गया है। हालांकि, बाघ की मौत का सही कारण पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में ही चलेगा। बांधवगढ़ जैसे टाइगर रिजर्व में बाघों की मौत ने वन विभाग के अमले की कार्यशैली पर सवाल उठा दिए हैं।
2022 में 34 बाघों की हुई मौत
मध्यप्रदेश में साढ़े पांच सौ के करीब बाघ हैं, जो देश में सबसे अधिक है। इस वजह से राज्य को टाइगर स्टेट भी कहा जाता है। हालांकि, एनटीसीए के अनुसार मध्यप्रदेश में 2022 में कर्नाटक की तुलना में दोगुने से ज्यादा बाघों की मौत हुई है। कर्नाटक में 2022 में 15 बाघों की मौत हुई, जबकि मध्यप्रदेश में 34 बाघों ने जान गंवाई। इस वजह से मध्यप्रदेश के सामने टाइगर स्टेट का तमगा बचाना एक चुनौती बन गया है।