रामलीला के आखिरी दिवस रावण अपने भाई अहिरावण को पूरी कहानी बताता है और राम और लक्ष्मण का वध करने का आदेश देता है। पाताल का राजा अहिरावण राम लक्ष्मण को धोखे से पाताल लोक ले कर चला जाता है और उनकी बलि देने की तैयारी करता है। राम लक्ष्मण के गायब होने से राम सेना चिंता में डूब जाती है। महाराज विभीषण उन्हें बताते हैं कि अहिरावण ही राम और लक्ष्मण को पाताल लोक ले कर गया है और हनुमान को उनकी रक्षा के लिए भेजा जाता है।