Yoga Tips: नवरात्रि का पर्व और माह ए रमजान दोनों शुरू हो चुके हैं। हिंदू धर्म के प्रसिद्ध पर्वों में से एक नवरात्रि के नौ दिन की पूजा करने वाले लोग उपवास करते हैं। वहीं मुस्लिम धर्म का सबसे महत्वपूर्ण पर्व रमजान में भी लोग रोजा रखते हैं। दोनों ही पर्व उपवास वाले हैं। जिसमें लोग दिनभर कुछ नहीं खाते है। गर्मी का मौसम है और इस मौसम में बिना भोजन के रहना मुश्किल हो सकता है। उपवास में भूख भी लग सकती है। कई लोगों को तो बार बार भूख लगती है। बहुत अधिक भूख लगने से वजन बढ़ने का भी खतरा रहता है। भूख को कंट्रोल करने के लिए लोग कई तरीके अपनाते हैं। कुछ लोग अपने आप को अधिक व्यस्त रखने की कोशिश करते हैं तो कुछ पूरा दिन सोते रहते हैं ताकि भूख महसूस न हो। लेकिन इस का सेहत पर गलत असर पड़ता है। भूख को काबू में करने के लिए कुछ योगासन फायदेमंद है, जिसका अभ्यास व्रत के दौरान या डाइट के समय भूखे रहने में मदद करता है।
हलासन
हलासन के अभ्यास से बढ़ते वजन और भूख को कंट्रोल कर लिया जाता है। हलासन के अभ्यास के लिए मैट पर पीठ के बल लेटकर धीरे धीरे अपने दोनों पैरों को ऊपर उठाते हुए सिर के पीछे ले जाएं और फर्श को छून का पास करें। पैरों से फर्श को छू नहीं पा रहे तो अधिकतम सीमा तक ले जाने की कोशिश करें और कुछ सेकेंड इसी अवस्था में रहें। इस आसन से पेट की चर्बी कम होती है और भूख भी कम लगती है।
वीरभद्रासन 2
इस आसन को करने से आप भूख पर नियंत्रण कर सकते हैं। वीरभद्रासन 2 करने के लिए योग मैट पर सीधे खड़े हो जाएं और बाएं पैर को आगे की ओर ले जाकर घुटने मोड़ें। इस दौरान दाहिने टखने को बाहर की ओर रखते हुए हाथों को बगल की ओर अपनी दिशा में ही ऊपर की ओर उठाएं। 30 सेकंड तक इसी स्थिति में रूकें।
अधोमुख श्वानासन
भूख को कम करने के लिए नियमित अधोमुख श्वानासन का अभ्यास किया जा सकता है। इस आसन को करने को लिए पेट के बल लेटकर पैरों और हाथों को जमीन पर रखते हुए कूल्हों को ऊपर उठाएं। अब सिर को नीचे की ओर रखते हुए एड़ियों को फर्श की ओर दबाएं। इस स्थिति में 30 सेकेंड रहें, फिर सामान्य मुद्रा में आ जाएं।
नोट: यह लेख योग विशेषज्ञों के सुझावों के आधार पर तैयार किया गया है। आसन की सही स्थिति के बारे में जानने के लिए किसी योगगुरु से संपर्क कर सकते हैं।
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