पेट की चर्बी यानी बेली फैट आपके पूरे लुक को खराब कर देती है। इसके साथ ही सेहत के लिए भी नुकसानदायक होती है। लोग पेट की चर्बी कम करने के लिए तरह तरह के उपाय करते हैं। डाइटिंग से लेकर जिम में पसीना बहाने तक कई तरह के उपायों को अपनाकर अक्सर लोग पेट की चर्बी को कम करने का प्रयास करते हैं लेकिन यह प्रक्रिया इतनी आसान नहीं होती। ऐसे में लोग वह उपाय तलाशते हैं जिसमें अधिक मेहनत किए बिना जल्दी बेली फैट को कम किया जा सके, साथ ही सेहत पर भी कोई बुरा प्रभाव न पड़े। इसके लिए योगासन बेहतर विकल्प है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक, कुछ आसान और खास योगासन के नियमित अभ्यास से बेली फैट की समस्या से निजात पाया जा सकता है। इन योगासन को करने से पेट की चर्बी तो कम होती ही है, साथ ही कब्ज, सूजन, अपच जैसी पेट संबंधी समस्याएं भी दूर होती हैं। चलिए जानते हैं पेट की चर्बी कम करने वाले लाभकारी योगासन के बारे में।
भुजंगासन
वजन कम करने और पेट की चर्बी को घटाने के लिए भुजंगासन का अभ्यास फायदेमंद है। इस आसन के अभ्यास से पेट की मांसपेशियां मजबूत होती है, जिससे पेट के आसपास की चर्बी को आसानी से कम कर सकते हैं। साथ ही रीढ़ की हड्डी की समस्या से पीड़ितों को भी इस योगासन से लाभ मिलता है। सर्वाइकल की समस्या में भी आराम मिलता है।
भुजंगासन करने का तरीका
इस आसन को करने के लिए सबसे पहले पेट के बल लेट कर अपनी हथेलियो को कंधों के नीचे रखें। गहरी सांस लेते हुए शरीर के शरीर के ऊपरी हिस्से को ऊपर की ओर उठाएं और करीब 10 से 20 सेकंड्स तक इसी स्थिति में रहें। फिर सामान्य पोजीशन में आ जाएं।
प्लैंक पोज
प्लैंक पोज को फलकासन कहते हैं। पेट की चर्बी को कम करने के लिए इस योगासन का अभ्यास सबसे कारगर होता है। योग विशेषज्ञों के मुताबिक, प्लैंक योगासन का अभ्यास करने से कैलोरी बर्न होती है। नियमित इस योगासन को अभ्यास करने से कोर स्ट्रेंथ, शरीर में लचीलापन और मेटाबाॅलिज्म में सुधार होता है।
प्लैंक योगासन करने का तरीका
इस आसन को करने के लिए उत्तानासन की स्थिति में आ जाएं। अब दाएं और बाएं पैर को पीछे की तरफ ले जाएं। दोनों हथेलियों पर शरीर को उठा लें और पंजों पर पूरा भार दें। शरीर को सीधा रखने की कोशिश करें। हाथ एकदम सीधा रखें, घुटनों को मुड़ने न दें। करीब 40 से 60 सेकेंड तक इसी स्थिति में रहें। फिर घुटनों को मोड़ते हुए जमीन पर रख दें और कुछ देर आराम करें।
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नोट: यह लेख योग विशेषज्ञों के सुझावों के आधार पर तैयार किया गया है। आसन की सही स्थिति के बारे में जानने के लिए किसी योग गुरु से संपर्क कर सकते हैं।
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