स्वस्थ रहने के लिए बहुत जरूरी है कि अच्छी नींद मिले। आजकल की व्यस्त दिनचर्या के कारण अधिकांश लोग आठ घंटे की भी नींद पूरी नहीं कर पाते हैं। बदलती दिनचर्या और तनाव के कारण कई सारे लोग अनिद्रा से जुझते हैं। नींद पूरी नहीं होने पर मनुष्य किसी काम को ठीक से नहीं कर पाता है। अच्छी नींद का महत्व समझाने और लोगों को जागरूक करने के लिए वर्ल्ड स्लीप डे का आयोजन होता है। इस साल वर्ल्ड स्लीप डे 19 मार्च को मनाया जा रहा है। इसकी दिनांक में परिवर्तन भी होते रहते हैं लेकिन मार्च में ही इस दिन को मनाना तय रहता है। अगली स्लाइड्स से जानिए इसका महत्व, विषय एवं इससे जुड़ी अन्य जानकारी।
वर्ल्ड स्लीप डे का विषय
इस वर्ष वर्ल्ड स्लीप डे का विषय है- ‘नियमित नींद, स्वस्थ भविष्य’ अर्थात वर्तमान की आवश्यकता है कि हम सभी नियमित रूप से बराबर नींद लें ताकि एक स्वस्थ भविष्य कि कल्पना कर सकें। यदि हमारी नींद पूरी नहीं होगी तो हमारी कार्यक्षमता और स्वास्थ्य दिन-ब-दिन प्रभावित होगा इसलिए सभी लोग नींद के प्रति लापरवाही न बरतते हुए इसको पूरा आठ घंटे का समय दें इसलिए इस विषय को चुना गया है।
अनिद्रा- एक गंभीर समस्या
लोगों को लगता है नींद न आना एक सामान्य समस्या है लेकिन दिन-ब-दिन यह एक गंभीर समस्या बनती जा रही है। कई सारे लोग इस समस्या से परेशान हैं। पहले ये समस्या बुजुर्गों में ही देखी जाती थी लेकिन आजकल युवा भी इससे परेशान है। बदलती दिनचर्या और मोबाइल अनिद्रा की समस्या के लिए सबसे अधिक जिम्मेदार हैं।
अच्छी नींद के लिए करें ये उपाय
अगर आप चाहते हैं कि रात की नींद आपकी बहुत अच्छी और पक्की हो तो मोबाइल फोन को एक घंटा पहले बंद कर दें। बहुत अधिक मसालेदार खाने का सेवन रात में न करें। सोने से पहले किसी से बहस या नकारात्मक बात न करें। सोने का बिस्तर और तकिया आरामदायक हो, यह सुनिश्चित करें। सोते वक्त आंख मूंदकर किसी अच्छी याद या दृश्य की कल्पना करें।
नींद से जुड़े रोचक तथ्य
-15 प्रतिशत लोगों को नींद में चलने और 5 प्रतिशत लोगों को नींद में बोलने की बीमारी होती है।
-जब हम बहुत अधिक खुश होते हैं तो हमारी नींद उड़ जाती है। ऐसे समय में कम नींद भी पर्याप्त होती है।
-1964 में 17 साल के रैंडी गार्डनर ने 264 घंटे 12 मिनट तक जगे रहने का कीर्तिमान बनाया था जो 54 साल बीतने के बावजूद नहीं टूटा है।