बच्चे जैसे- जैसे बड़े होने लगते हैं, उनकी शरारतें भी बढ़ती हैं। उन्हें कई बार माता-पिता बोलते हैं लेकिन वे कहना ही नहीं मानते हैं। ऐसे में माता-पिता को लगता है कि बच्चों पर गुस्सा करने और चिल्लाने के अलावा तो कोई विकल्प ही शेष नहीं है लेकिन बहुत छोटे बच्चों को यदि आप डांट दोगे तो कोई समस्या नहीं होगी पर बढ़ते बच्चों को डांटना ठीक नहीं है क्योंकि आपका गुस्सा उनकी मनोस्थिति को प्रभावित करता है। अगली स्लाइड्स से जानिए किस तरह से आपके गुस्से का प्रभाव बच्चों पर पड़ता है।