विज्ञापन

World No Tobacco Day 2023: तंबाकू उत्पादों को कहें न, जानिए तंबाकू-सिगरेट छोड़ने से शरीर पर कैसा होता है असर?

हेल्थ डेस्क, अमर उजाला. नई दिल्ली Published by: अभिलाष श्रीवास्तव Updated Wed, 31 May 2023 10:20 AM IST
World No Tobacco Day 2023 Know how does quitting smoking helps in overall health news in hindi
1 of 5
तंबाकू उत्पादों को स्वास्थ्य विशेषज्ञ सेहत के लिए बहुत नुकसानदायक मानते हैं। अध्ययनकर्ताओं ने पाया कि तंबाकू का सेवन करने वालों के स्वास्थ्य पर गंभीर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। वास्तव में, तम्बाकू के कारण होने वाली बीमारियों से वैश्विक स्तर पर हर साल लाखों लोगों की मौत हो जाती है। भारत में भी यह मृत्यु और कई बीमारियों के प्रमुख कारणों में से एक है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के मुताबिक तंबाकू के कारण होने वाली समस्याएं इतनी गंभीर हैं कि भारत अपने सकल घरेलू उत्पाद का 1 फीसदी हिस्सा सिर्फ इन बीमारियों के इलाज में खर्च देता है। कैंसर, फेफड़े की बीमारी, हृदय रोग और स्ट्रोक से लेकर तम्बाकू का उपयोग शरीर को कई प्रकार से प्रभावित कर रहा है।

तंबाकू जनित रोगों के बारे में लोगों को जागरूक करने और बचाव को लेकर शिक्षित करने के उद्देश्य से हर साल 31 मई को वर्ल्ड नो टोबैको डे मनाया जाता है। आइए जानते हैं कि तंबाकू उत्पाद किस प्रकार से हानिकारक हैं और इससे सेहत को क्या नुकसान हो सकता है?
World No Tobacco Day 2023 Know how does quitting smoking helps in overall health news in hindi
2 of 5
विज्ञापन
क्या कहते हैं स्वास्थ्य विशेषज्ञ?

स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, तंबाकू चबाना हो या धूम्रपान के रूप में इसका सेवन करना, दोनों शरीर के लिए काफी हानिकारक हो सकते हैं। तंबाकू चबाने के कारण मुंह के अंदर सफेद या भूरे रंग के धब्बे (ल्यूकोप्लाकिया) पैदा होने लगते हैं जिससे कैंसर का खतरा रहता है। इसके अलावा तंबाकू से मसूड़ों की बीमारी, दांतों की सड़न और ओरल हेल्थ से संबंधित कई गंभीर बीमारियों का जोखिम हो सकता है।

वहीं धूम्रपान के रूप में इसका सेवन फेफड़ों से लेकर हृदय-डायबिटीज की जटिलताओं को बढ़ाने वाली हो सकती है।
विज्ञापन
World No Tobacco Day 2023 Know how does quitting smoking helps in overall health news in hindi
3 of 5
धूम्रपान के हो सकते हैं कई नुकसान

एफडीए की रिपोर्ट्स के मुताबिक अमेरिका में तम्बाकू से संबंधित सभी बीमारियों और मौतों में से अधिकांश के लिए सिगरेट ज़िम्मेदार है। धूम्रपान से निकलने वाले धुएं में 7,000 से अधिक रसायनों का जहरीला मिश्रण होता है जिसमें सांस लेना शरीर के लिए कई प्रकार से नुकसानदायक हो सकता है।

कोविड-19 के दौर में भी कई अध्ययनों ने इस बात पर जोर दिया था कि जो लोग धूम्रपान करते हैं उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो सकती है, जिससे ऐसे लोगों में संक्रमण और गंभीर रोग विकसित होने का खतरा अधिक होता है। धूम्रपान, फेफड़ों के कैंसर के प्रमुख कारकों में से एक है।
World No Tobacco Day 2023 Know how does quitting smoking helps in overall health news in hindi
4 of 5
विज्ञापन
तंबाकू और गुटखा काफी हानिकारक

तंबाकू चबाने से गाल, मसूड़े और होठों में कैंसर हो सकता है। धुएं रहित तंबाकू के कारण होने वाला कैंसर अक्सर ल्यूकोप्लाकिया के रूप में शुरू होता है, जिसमें मुंह या गले के अंदर सफेद धब्बा विकसित होता है। भारत के ग्रामीण हिस्सों में इस प्रकार के कैंसर के मामले अधिक रिपोर्ट किए जाते रहे हैं।

तम्बाकू के धुएं और चबाने वाले तम्बाकू में निहित कुछ रसायन कार्सिनोजेनिक होते हैं, जिसका अर्थ है कि वे मुंह के गुहा की कोशिकाओं में आनुवंशिक परिवर्तन कर सकते हैं, जिससे मुंह का कैंसर हो सकता है।
विज्ञापन
विज्ञापन
World No Tobacco Day 2023 Know how does quitting smoking helps in overall health news in hindi
5 of 5
विज्ञापन
तंबाकू उत्पादन छोड़ने पर क्या होता है असर

अध्ययन के आधार पर शोधकर्ताओं ने बताया कि तंबाकू उत्पाद छोड़ने के एक वर्ष के भीतर, कोरोनरी हार्ट डिजीज का जोखिम आधा हो जाता है। इसके अलावा ऐसे लोगों में एक साल के भीतर ही दिल का दौरा होने के जोखिमों में नाटकीय रूप से कमी देखी गई। तंबाकू छोड़ने के 5 साल के भीतर आपके मुंह, गले, अन्नप्रणाली और मूत्राशय के कैंसर का खतरा आधा हो जाता है। महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर का जोखिम धूम्रपान करने वालों में अधिक होता है, तंबाकू-सिगरेट छोड़कर इससे बचा जा सकता है। 

तंबाकू छोड़ने का सबसे बड़ा सकारात्मक प्रभाव शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली पर होता है जो आपको कई रोगों के जोखिमों से बचाने में मदद करती है। 



----------------
नोट: यह लेख मेडिकल रिपोर्टस से एकत्रित जानकारियों के आधार पर तैयार किया गया है। 

अस्वीकरण: अमर उजाला की हेल्थ एवं फिटनेस कैटेगरी में प्रकाशित सभी लेख डॉक्टर, विशेषज्ञों व अकादमिक संस्थानों से बातचीत के आधार पर तैयार किए जाते हैं। लेख में उल्लेखित तथ्यों व सूचनाओं को अमर उजाला के पेशेवर पत्रकारों द्वारा जांचा व परखा गया है। इस लेख को तैयार करते समय सभी तरह के निर्देशों का पालन किया गया है। संबंधित लेख पाठक की जानकारी व जागरूकता बढ़ाने के लिए तैयार किया गया है। अमर उजाला लेख में प्रदत्त जानकारी व सूचना को लेकर किसी तरह का दावा नहीं करता है और न ही जिम्मेदारी लेता है। उपरोक्त लेख में उल्लेखित संबंधित बीमारी के बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श लें।
विज्ञापन
अगली फोटो गैलरी देखें
विज्ञापन

सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट अमर उजाला पर पढ़ें  लाइफ़ स्टाइल से संबंधित समाचार (Lifestyle News in Hindi), लाइफ़स्टाइल जगत (Lifestyle section) की अन्य खबरें जैसे हेल्थ एंड फिटनेस न्यूज़ (Health  and fitness news), लाइव फैशन न्यूज़, (live fashion news) लेटेस्ट फूड न्यूज़ इन हिंदी, (latest food news) रिलेशनशिप न्यूज़ (relationship news in Hindi) और यात्रा (travel news in Hindi)  आदि से संबंधित ब्रेकिंग न्यूज़ (Hindi News)।  

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे|

विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Independence day

अतिरिक्त ₹50 छूट सालाना सब्सक्रिप्शन पर

Next Article

फॉन्ट साइज चुनने की सुविधा केवल
एप पर उपलब्ध है

app Star

ऐड-लाइट अनुभव के लिए अमर उजाला
एप डाउनलोड करें

बेहतर अनुभव के लिए
4.3
ब्राउज़र में ही
X
Jobs

सभी नौकरियों के बारे में जानने के लिए अभी डाउनलोड करें अमर उजाला ऐप

Download App Now

अपना शहर चुनें और लगातार ताजा
खबरों से जुडे रहें

एप में पढ़ें

क्षमा करें यह सर्विस उपलब्ध नहीं है कृपया किसी और माध्यम से लॉगिन करने की कोशिश करें

Followed

Reactions (0)

अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं

अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करें