कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच दुनियाभर के देशों को इसकी कारगर और सुरक्षित वैक्सीन का इंतजार है। वैक्सीन बनाने की रेस में दुनिया के कई देश शामिल हैं। रूस और चीन के बाद अब भारत, अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी समेत कई देश वैक्सीन पर कामयाबी के करीब हैं। कोरोना अलग-अलग टीकों की कीमत भिन्न हो सकती है। ऐसे में एक सवाल यह भी उठाया जा रहा है कि क्या अमीर देशों में लोगों को वैक्सीन पहले मिल जाएगी और गरीब देश क्या वैक्सीन से वंचित भी रह सकते हैं। इस स्थिति से निपटने के लिए वैक्सीन के समान वितरण की आवश्यकता है और इसके लिए कई देशों ने मिलकर को कोवैक्स (Covax) प्लान बनाया है। इस अभियान में कई कंपनियां योगदान कर रही है।