Chaitra Navratri 2023: चैत्र नवरात्रि का पर्व जारी है। नवरात्रि नौ दिनों का खास पर्व है, जिसमें माता दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा होती है। नवरात्रि का समापन अष्टमी और नवमी पूजा से होती है। अष्टमी और नवमी में कन्या पूजन होता है। साथ ही हवन पूजन किया जाता है। कई लोग इस मौके पर खास पूजा के साथ ही भजन कीर्तन भी करते हैं। इस वर्ष अष्टमी 29 मार्च और नवमी 30 मार्च को है। अगर आप भी अष्टमी उपवास हैं और घर पर कन्या पूजन या हवन करने की योजना है तो सबसे पहले अपने घर के मंदिर की खास सजावट करें। माता के श्रृंगार के अलावा मंदिर की सजावट से देवी को प्रसन्न किया जाता है। अष्टमी और नवमी पर देवी मां के मंदिर को सजाने के लिए आसान तरीकों को अपना सकते हैं।
रंगोली से सजावट
घर के मंदिर की सजावट कर रहे हैं तो मंदिर के द्वार पर या जहां पूजा के लिए चौक बनाई जाती है, वहां रंग बिरंगे रंगों से रंगोली बनाएं। रंगोली की सजावट आकर्षक और प्रभावी लगती है। इसे सजावट के पारंपरिक माध्यमों में गिना जाता है।
फूलों से सजावट
गेंदे या गुलाब के फूलों की लड़ी से मंदिर के आसपास सजावट कर सकते हैं। फूलों की रंगोली बना सकते हैं या फिर फूलों की माला को मंदिर के आसपास झालर की तरह सजा सकते हैं।
दीयों की सजावट
मंदिर को दीयों से प्रकाशमय कर दें। मंदिर के द्वार पर या भगवान के इर्द गिर्द तेल के दीए जलाएं। दीये के प्रकाश से जगमगाता मंदिर सुंदर दिखता है और यह पूजामय माहौल भी बनाता है।
गुब्बारे से सजावट
कहते हैं नवरात्रि में माता अपने भक्तों के घर पधारती हैं, साथ ही इस मौके पर अष्टमी या नवमी में कन्या पूजन भी होता है। इसलिए खास सजावट के लिए आप गुब्बारों का उपयोग कर सकते हैं। रंग बिरंगे गुब्बारों से मंदिर की सजावट कर सकते हैं। यह नन्ही कन्याओं को भी पसंद आएगा।