लेह के पोलो मैदान में नौ दिवसीय जनजातीय पर्व आदि महोत्सव चल रहा है। यहां होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम देश भर के लोगों को के बीच आक्रषण का केंद्र बने हुए हैं।
17 से 25 अगस्त तक होने वाले इस महोत्सव में 20 राज्यों के 160 आदिवासी कारीगर भी पहुंचे हैं।
इस आयोजन के जरिए लद्दाख क्षेत्र में रहने वाले 70 फीसदी से ज्यादा आदिवासियों को देश ही नहीं दुनिया के बाजार में पहुंचने का मौका मिलेगा।
इनका अन्य हिस्सों के प्रशिक्षित कारीगरों से परिचय होगा और वह उद्यमी बनने का गुर भी सीखेंगें।
फिलहाल लद्दाखी आदिवासी काम जानते हुए भी मजदूर सरीखा काम करते हैं और उनके मेहनताने का अधिकांश हिस्सा बिचौलिये खा जाते हैं।