राष्ट्रपति भवन में मौजूद मुगल गार्डन को हर देखने के लिए हजारों की संख्या में लोग यहां पहुंचते हैं लेकिन मुगल गार्डन अब अमृत उद्यान के नाम से जाना जाएगा। बताया जा रहा है कि मुगल गार्डन का नाम अमृत महोत्सव के तहत बदला गया है। इसी के साथ मुगल गार्डन का नाम बदलने पर विपक्ष ने सरकार को कड़ी नसीहत दे डाली और कहा कि सरकार नाम बदलने के बजाय नौकरियां पैदा करने और महंगाई को नियंत्रित करने पर ध्यान केंद्रित करे।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को दिया धन्यवाद
भाजपा ने शनिवार को कहा कि राष्ट्रपति भवन में प्रतिष्ठित उद्यान का नाम बदलकर 'अमृत उद्यान' करना उपनिवेशवाद के प्रतीकों को खत्म करना है। केंद्रीय मंत्रियों और भाजपा नेताओं ने इस फैसले को नए भारत की दिशा में एक कदम बताया। राष्ट्रपति भवन में प्रतिष्ठित उद्यानों का नाम बदलकर 'अमृत उद्यान' करने के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को धन्यवाद दिया।
भाजपा ने शनिवार को कहा कि राष्ट्रपति भवन में प्रतिष्ठित उद्यान का नाम बदलकर 'अमृत उद्यान' करना उपनिवेशवाद के प्रतीकों को खत्म करना है। केंद्रीय मंत्रियों और भाजपा नेताओं ने इस फैसले को नए भारत की दिशा में एक कदम बताया। राष्ट्रपति भवन में प्रतिष्ठित उद्यानों का नाम बदलकर 'अमृत उद्यान' करने के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को धन्यवाद दिया।

कांग्रेस रही चुप तो अन्य विपक्षी पार्टियों ने साधा निशाना
हालांकि देश की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने नाम परिवर्तन पर आधिकारिक रूप से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है लेकिन तृणमूल कांग्रेस और भाकपा ने सरकार के इस कदम को भटकाने वाला कहा तो वहीं वाम दल ने इसे इतिहास को फिर से लिखने का प्रयास करार दिया। वहीं राज्यसभा में तृणमूल कांग्रेस के संसदीय दल के नेता डेरेक ओ'ब्रायन ने कहा कि कौन जानता है, वे अब ईडन गार्डन का नाम बदलकर इसे मोदी गार्डन कहना चाहते हैं। उन्हें नौकरियां पैदा करने, महंगाई को नियंत्रित करने और एलआईसी और एसबीआई के कीमती संसाधनों की रक्षा करने पर ध्यान देना चाहिए।
हालांकि देश की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने नाम परिवर्तन पर आधिकारिक रूप से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है लेकिन तृणमूल कांग्रेस और भाकपा ने सरकार के इस कदम को भटकाने वाला कहा तो वहीं वाम दल ने इसे इतिहास को फिर से लिखने का प्रयास करार दिया। वहीं राज्यसभा में तृणमूल कांग्रेस के संसदीय दल के नेता डेरेक ओ'ब्रायन ने कहा कि कौन जानता है, वे अब ईडन गार्डन का नाम बदलकर इसे मोदी गार्डन कहना चाहते हैं। उन्हें नौकरियां पैदा करने, महंगाई को नियंत्रित करने और एलआईसी और एसबीआई के कीमती संसाधनों की रक्षा करने पर ध्यान देना चाहिए।