तकनीक का प्रयोग समाज व देश की भलाई के लिए करना चाहिए। ऐसा करने पर समाज व देश भी भरपूर सहयोग देता है। तकनीकी दक्षता हासिल कर निकलने वाले विद्यार्थियों को अपनी कुशलता का प्रयोग देश के विकास में करना चाहिए। विद्यार्थियों को ही नहीं संस्थानों को भी फ्यूचर रेडी रहना चाहिए, क्योंकि आज परिवर्तन का दौर है और नई-नई तकनीक जैसे रोबोटिक्स ऑफ थिंग्स आने वाले समय की नींव बनेगी। यह आह्वान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने किया। वे मंगलवार को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) कुरुक्षेत्र के 18वें डायमंड जुबली दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्यातिथि बोल रही थी। विद्यार्थी खादी कुर्ता पायजामा के विशेष पारंपरिक परिधान में थे तो वहीं सभी सीनेटर भारतीय एवं हरियाणवी वेशभूषा पगड़ी पहने थे।
राष्ट्रपति ने धान के सीजन में बढ़ते प्रदूषण पर चिंता जताते हुए कहा कि हरियाणा व पंजाब के किसानों ने अनाज के भंडार भरकर देश के विकास में अहम योगदान दिया है, लेकिन प्रदूषण जैसी गंभीर समस्या का समाधान एनआईटी जैसे संस्थानों को खोजना चाहिए। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों की योग्यता की पहचान उनके पैकेज से नहीं बल्कि उनके हुनर से होती है।
राष्ट्रपति ने कहा कि बेटियां आज हर क्षेत्र में कीर्तिमान स्थापित कर रही हैं, जिन 2856 विद्यार्थियों ने आज डिग्री ली है, उनमें भी 18 फीसदी बेटियां हैं, लेकिन साइंस, मैथमेटिक्स आदि में भी बेटियों को ओर आगे आना होगा।
उन्होंने बताया कि अपने जीवन का आरंभ उन्होंने भी एक निजी स्कूल में शिक्षक के तौर पर शुरू किया था और आज उन्हें गर्व महसूस हो रहा है कि वे विद्यार्थियों के बीच एनआईटी जैसे संस्थान में हैं। इस दौरान राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि इस संस्थान से निकले इंजीनियर देश व संस्थान का नाम रोशन कर रहे हैं।
उन्होंने आह्वान किया कि तकनीकी दक्षता हासिल करने के बाद देेश के लिए काम करना चाहिए। इस दौरान डॉ. बीवी रमना रेड्डी एवं भारतीय सूचना एवं प्रोद्यौगिकी संस्थान, सोनीपत के निदेशक डॉ. एमएन दोजा उपस्थित रहे।
डिजिटल मोड से दी 2856 विद्यार्थियों को डिग्री
राष्ट्रपति ने सत्र 2020 एवं 2021 के 2850 विद्यार्थियों को डिजिटल मोड से डिग्री दी, जिसमें बी टेक, एमटेक, पीएचडी, एमबीए तथा एमसीए के सत्र 2020 एवं 2021 के विद्यार्थी शामिल थे। ये विद्यार्थी खादी कुर्ता पायजामा के विशेष पारंपरिक परिधान में थे तो वहीं सभी सीनेटर भारतीय एवं हरियाणवी वेशभूषा पगड़ी पहने थे। संस्थान निदेशक ने रिपोर्ट पढ़ी और बताया कि यह पहला संस्थान है, जिसने डिजिटल मोड से डिग्री देकर ऑनालइन जारी की है।
ओवरऑल टॉपर देविका समेत 12 विद्यार्थी सम्मानित
राष्ट्रपति ने सत्र 2020 के बी टेक टॉपर (ओवरऑल) कंप्यूटर इंजीनियर की देविका जैन, सत्र 20201 की बीटेक टॉपर (ओवरऑल) कंप्यूटर इंजीनियर की कृति सैनी को सम्मानित किया। वहीं इसी दौरान जयेश जैन, कुमार हर्षित, विशाल ठकराल ऋषभ सेठी, अक्षत चतुर्वेदी, विशाल गर्ग, आशुतोष बिश्नोई, उर्वी सिंह, धनंजय बंसल, भरत, कार्तिक गोयल व यश गुप्ता को मेडल देकर सम्मानित किया।
मरुस्थल से आधुनिक हरियाणा बना : मनोहर
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा प्रदेश गठित हुआ तो उस समय मरुस्थल जैसे हालात थेे। आज आधुनिक हरियाणा है और इस विकास के सफर में एनआईटी संस्थान के इंजीनियरों का अहम योगदान रहा है। केंद्र और प्रदेश सरकार तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देने में लगी है। उन्होंने बताया की किस प्रकार शब्द डिजिटल में गीता शब्द शामिल है।