अयोध्या के मां सरयू आदर्श रामलीला मंडली के कलाकारों ने दूसरे दिन की रामलीला में दिखाया कि महर्षि विश्वामित्र के यज्ञ का तड़का, सुबाहु आदि राक्षस विध्वंस कर देते हैं। यह देखकर विश्वामित्र चिंतित होते हैं। तभी आकाशवाणी होती है कि उनके यज्ञ की रक्षा भगवान श्रीराम करेंगे। फिर महर्षि विश्वामित्र का अयोध्या में आगमन होता है। वह राजा दशरथ से मिलते हैं। महर्षि कहते हैं कि हे राजन, राक्षस लगातार यज्ञ में व्यवधान डाल रहे हैं। हम आपके पुत्र राम व लक्ष्मण को यज्ञ की रक्षा के लिए ले जाना चाहते हैं। इस प्रस्ताव को राजा दशरथ ने सहर्ष स्वीकार कर लिया।