आईसीएमआर ने हाल ही में रेमडेसिविर की क्षमता को आंकने के लिए 930 मरीजों पर शोध किया है। यह शोध करीब डेढ़ महीने तक किया गया। देश के नामी चिकित्सा संस्थानों में हुए इस शोध के परिणाम बेहद हैरान करने वाले हैं क्योंकि रेमडेसिविर इंजेक्शन का कोई खास असर संक्रमितों पर नहीं दिखा।