कुशीनगर में इन दिनों अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का काम जोरों पर है। मुख्यमंत्री योगी स्वयं हाल ही में वहां जा चुके हैं। अजीब हाल है कि ढाई हजार साल पुराने जिन खास स्थलों को दिखाने के लिए यह सारी कवायद चल रही है, वे स्थल ही खतरे में हैं। बारिश शुरू होते ही मुख्य मंदिर के उत्तर तरफ स्थित छोटे-छोटे प्राचीन स्तूपों के अवशेष पानी में डूब जाते हैं। इसके अलावा दूसरे सबसे महत्वपूर्ण स्थान रामाभार स्तूप के बगल में ही पानी भरने के चलते कई अवशेष डूब गए हैं।