गोरखपुर जिले के गोला के देवकली निवासी इंद्रबहादुर जुआ का आदी था। उसने गांव के लोगों सूद पर कर्ज ले रखा था। शनिवार को भी उसने कर्ज पर 50 हजार रुपये लिया था और उसे जुआ में हार गया था। इसी बात को लेकर उसकी शनिवार रात में एक बार फिर पत्नी से विवाद भी हुआ था। बताया जा रहा है कि कर्ज की वजह से घर को छोड़कर जमीन या तो बेच चुका था या फिर जुआ में हार चुका था। इसी बात को लेकर परिवार में अक्सर विवाद होता था। जबकि, सूदखोर परिवार पर लगातार कर्ज चुकाने का दबाव बना रहे थे।
जानकारी के मुताबिक, पहले इंद्रबहादुर का पूरा परिवार साथ ही रहता था। लेकिन, कोरोना काल में करीब दो साल पहले इंद्र बहादुर के पिता श्याम बिहारी की मौत हो गई। पिता की मौत के बाद मां रजई देवी अक्सर ही अपनी बेटी के पास भिलाई रहने लगी थी। ग्रामीणों के मुताबिक, इंद्रबहादुर का छोटा भाई भी जय बहादुर भी कर्ज की वजह से करीब 10 साल पहले गांव परिवार संग गांव छोड़कर भाग गया। जयबहादुर जब से गांव छोड़ा है, तब से कभी लौटकर नहीं आया। क्योंकि, उसने गांव में लोगों से सूद पर काफी कर्ज ले रखा था। यहां तक दो साल पहले पिता की मौत हुई तो भी जय बहादुर गांव नहीं आया।
जानकारी के मुताबिक, पहले इंद्रबहादुर का पूरा परिवार साथ ही रहता था। लेकिन, कोरोना काल में करीब दो साल पहले इंद्र बहादुर के पिता श्याम बिहारी की मौत हो गई। पिता की मौत के बाद मां रजई देवी अक्सर ही अपनी बेटी के पास भिलाई रहने लगी थी। ग्रामीणों के मुताबिक, इंद्रबहादुर का छोटा भाई भी जय बहादुर भी कर्ज की वजह से करीब 10 साल पहले गांव परिवार संग गांव छोड़कर भाग गया। जयबहादुर जब से गांव छोड़ा है, तब से कभी लौटकर नहीं आया। क्योंकि, उसने गांव में लोगों से सूद पर काफी कर्ज ले रखा था। यहां तक दो साल पहले पिता की मौत हुई तो भी जय बहादुर गांव नहीं आया।