पति से चल रहा था बुजुर्ग महिला का विवाद
रेलवे से रिटायर वीरेंद्र सिंह का मकान रामजानकी नगर में है। बेटा नगर निगम में गाड़ी चलाता है और मकान के आगे के हिस्से में दुकान भी चलाता है। ऊपरी मंजिल में भी चहल पहल रहती है। वीरेंद्र सिंह का उनकी पत्नी चंदा से सात साल से पारिवारिक विवाद चल रहा था। तीन दिन पहले दोनों पक्षों में सुलह समझौता होने पर चंदा अपने पति के घर गईं। इसके पहले वह कभी बेटी के वहां तो कभी किराए पर कमरा लेकर रहती थीं। समझौते के अनुसार चंदा के पति को उन्हें घर में आधा हिस्सा और भरण पोषण के लिए छह हजार रुपये प्रति माह देना था। चंदा चाहती थीं कि उनके साथ मेंहदावल, संतकबीरनगर में ब्याही बेटी सोनी भी रहे। घर में लौटने के बाद वह अपनी बेटी सोनी के 14 साल के बेटे नैतिक को साथ ले आईं। तभी से चंदा और उनके नाती मकान के अपने हिस्से में रहते थे।
रेलवे से रिटायर वीरेंद्र सिंह का मकान रामजानकी नगर में है। बेटा नगर निगम में गाड़ी चलाता है और मकान के आगे के हिस्से में दुकान भी चलाता है। ऊपरी मंजिल में भी चहल पहल रहती है। वीरेंद्र सिंह का उनकी पत्नी चंदा से सात साल से पारिवारिक विवाद चल रहा था। तीन दिन पहले दोनों पक्षों में सुलह समझौता होने पर चंदा अपने पति के घर गईं। इसके पहले वह कभी बेटी के वहां तो कभी किराए पर कमरा लेकर रहती थीं। समझौते के अनुसार चंदा के पति को उन्हें घर में आधा हिस्सा और भरण पोषण के लिए छह हजार रुपये प्रति माह देना था। चंदा चाहती थीं कि उनके साथ मेंहदावल, संतकबीरनगर में ब्याही बेटी सोनी भी रहे। घर में लौटने के बाद वह अपनी बेटी सोनी के 14 साल के बेटे नैतिक को साथ ले आईं। तभी से चंदा और उनके नाती मकान के अपने हिस्से में रहते थे।