जॉन से सलमान से शाहरुख
फिल्म की स्क्रिप्ट जब बनकर तैयार हुई तो बताते हैं कि फिल्म में महिला हॉकी टीम के कोच के किरदार कबीर खान को निभाने के लिए सबसे पहले जॉन अब्राहम का नाम ही आदित्य चोपड़ा के दिमाग में आया। फिल्म 'धूम' में लोगों ने उन्हें पसंद भी खूब किया था लेकिन बात बनी नहीं। फिर बात शाहरुख खान पर आई, लेकिन शाहरुख ने पहली बार तो ये फिल्म इसलिए करने से मना कर दी क्योंकि उस वक्त वह करण जौहर की फिल्म 'कभी अलविदा न कहना' में व्यस्त थे। आदित्य चोपड़ा ने फिर इसके बाद सलमान खान से इस रोल के लिए बात की। सलमान खान फिल्म के लिए साइन भी हो गए लेकिन कहते हैं कि फिल्म के निर्देशक शिमित अमीन से सलमान खान की पटी नहीं। और, लौट के ये फिल्म फिर शाहरुख खान के पास ही आ गई।
शाहरुख खान ने की कड़ी मेहनत
शाहरुख खान पहली बार में ही ये फिल्म करना चाहते थे क्योंकि हॉकी उनका पसंदीदा खेल रहा है। फिल्म की रिलीज से पहले एक बातचीत में उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि खेल के तौर पर हॉकी को बहुत ही शातिराना तरीके से हमारे देश में उपेक्षित कर दिया गया है। मैं कॉलेज में हॉकी खेलता था और सच पूछें तो मैं ठीक ठाक खेलने वाला खिलाड़ी था। कबीर खान का किरदार एक तरह से मेरे लिए अपने अतीत को फिर से जीने जैसा ही रहा।' शाहरुख खान ने कबीर खान के रोल में ढलने के लिए जबर्दस्त मेहनत की और ये परदे पर दिखता भी है।
फिल्म की स्क्रिप्ट जब बनकर तैयार हुई तो बताते हैं कि फिल्म में महिला हॉकी टीम के कोच के किरदार कबीर खान को निभाने के लिए सबसे पहले जॉन अब्राहम का नाम ही आदित्य चोपड़ा के दिमाग में आया। फिल्म 'धूम' में लोगों ने उन्हें पसंद भी खूब किया था लेकिन बात बनी नहीं। फिर बात शाहरुख खान पर आई, लेकिन शाहरुख ने पहली बार तो ये फिल्म इसलिए करने से मना कर दी क्योंकि उस वक्त वह करण जौहर की फिल्म 'कभी अलविदा न कहना' में व्यस्त थे। आदित्य चोपड़ा ने फिर इसके बाद सलमान खान से इस रोल के लिए बात की। सलमान खान फिल्म के लिए साइन भी हो गए लेकिन कहते हैं कि फिल्म के निर्देशक शिमित अमीन से सलमान खान की पटी नहीं। और, लौट के ये फिल्म फिर शाहरुख खान के पास ही आ गई।
शाहरुख खान ने की कड़ी मेहनत
शाहरुख खान पहली बार में ही ये फिल्म करना चाहते थे क्योंकि हॉकी उनका पसंदीदा खेल रहा है। फिल्म की रिलीज से पहले एक बातचीत में उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि खेल के तौर पर हॉकी को बहुत ही शातिराना तरीके से हमारे देश में उपेक्षित कर दिया गया है। मैं कॉलेज में हॉकी खेलता था और सच पूछें तो मैं ठीक ठाक खेलने वाला खिलाड़ी था। कबीर खान का किरदार एक तरह से मेरे लिए अपने अतीत को फिर से जीने जैसा ही रहा।' शाहरुख खान ने कबीर खान के रोल में ढलने के लिए जबर्दस्त मेहनत की और ये परदे पर दिखता भी है।