'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' के डॉ हंसराज हाथी यानी कवि कुमार आजाद ने 9 जुलाई को अंतिम सांस ली । मंगलवार को डॉ हाथी के पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार किया गया । उनके अंतिम दर्शन के लिए पूरी टीवी इंडस्ट्री उमड़ पड़ी । सभी ने उन्हें नम आंखों से विदाई दी ।
जब डॉ हाथी के पार्थिव शरीर को अस्पताल से घर लाया गया तो अपने जवान बेटे की बॉडी देख उनके पिता फूट-फूट कर रोने लगे । डॉ हाथी की उम्र सिर्फ 46 साल थी । अपने वजन के कारण उन्हें चलने-फिरने में काफी परेशानी होती थी ।
डॉ हाथी पिछले 10 साल से 'तारक मेहता...' में एक्टिंग कर रहे थे । उन्हें बचपन से ही एक्टिंग का शौक था । डॉ हाथी बिहार के सासाराम के रहने वाले थे । एक्टर बनने के लिए वो भागकर मुंबई आ गए थे । एक बार कॉमेडियन टुनटुन साराराम पहुंची थीं ।
यहां डॉ हाथी से टुनटुन की मुलाकात हुई थी । तब टुनटुन ने डॉ हाथी को देखते ही कह दिया था कि वो एक्टर बनेंगे । टुनटुन की बात सच निकली और वो साल 2000 में आमिर खान के साथ फिल्म 'मेला' में नजर आए ।
इसके अलावा उन्होंने 'Fun2shh' (2003), 'क्योंकि'(2005) और जोधा-अकबर जैसी फिल्मों में काम किया । टीनएज में ही कवि कुमार का वजन बढ़ने लगा था । लेकिन उन्होंने एक्टिंग करना कभी नहीं छोड़ा । डॉ हाथी का वजन कभी 254 किलो हुआ करता था । साल 2010 में उन्होंने सर्जरी करवाकर 80 किलो वजन कम करवाया था ।