उन्होंने कहा, 'मुंबई पुलिस को उनके सभी इलेक्ट्रॉनिक्स गैजेट प्रिजर्व करना चाहिए और जांच के आधार पर जानकारी लोगों तक सार्वजनिक की जानी चाहिए। इस केस में शक के आधार पर ही जांच होनी है। उन सभी पहलुओं पर भी गौर करने की जरूरत है जिसमें उनके बेड की ऊंचाई, आत्महत्या से पहले जूस पीने की बात कहीं जा रही थी। इन दिनों कोर्ट के फैसले में इलेक्ट्रॉनिक्स गैजेट को काफी आधार बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा मैं इस पत्र को प्रधानमंत्री के पास भी भेजूंगा। हम किसी को छोड़ने वाले नहीं हैं।'