हाईकोर्ट में दाखिल याचिका में नाना पाटेकर और मकरंद अनासपुरे द्वारा साल 2015 में शुरु किए एनजीओ ने कहा है कि वह लगातार सूखे से प्रभावित इलाकों में किसानों की बेहतरी की दिशा की तरफ काम कर रहा है। लेकिन तनुश्री की जनवरी 2020 की एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में लगाए गए आरोप और पड़ताल की वजह से उनके फाउंडेशन की प्रतिष्ठा को क्षति पहुंच रही है। तनुश्री ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में मीडिया को यह जानकारी प्रदान की थी कि पुलिस द्वारा उनके यौन उत्पीड़न के केस को बंद किए जाने के खिलाफ उन्होंने एक याचिका दायर की है।