फारुख शेख भले ही आज इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन उनके बेहतरीन काम ने उन्हें फैंस के दिलों में जिंदा रखा है। अगर आज फारूख इस दुनिया में होते तो अपना 75वां जन्मदिन मना रहे होते। फारुख का जन्म 5 मार्च 1948 को गुजरात के वड़ोदरा जिले के अमरोली में हुआ था। फारुख की एक्टिंग में काफी रुचि थी और उन्होंने अपने करियर की शुरुआत 'गरम हवा' फिल्म से की। बेहद कम लोग यह बात जानते हैं कि फारुख ने इसमें अभिनय के लिए कोई फीस नहीं ली थी। वहीं फारुख को कई साल बाद अपना पहला मेहनताना मिला, वो भी कब और कितना आइए जान लेते हैं-
फारुख खान ने 25 साल की उम्र में फिल्म 'गरम हवा' से अपना डेब्यू किया था। 1975 में आई यह फिल्म पर्दे पर बड़ी हिट रही थी। अभिनय का जुनून था कि एक्टर ने इसके लिए कोई फीस नहीं ली। दरअसल, डायरेक्टर एमएस सथ्यू जब 'गरम हवा' बना रहे थे तो उन्हें ऐसे एक्टर की तलाश थी जो इसके लिए पैसे ना ले। फिर क्या था जुनूनी फारुख इसमें काम करने को तुरंत तैयार हो गए। हालांकि, 5 साल बाद फारुख को उनकी मेहनत के पैसे मिले।
फारुख शेख की बतौर एक्टर पहली कमाई 750 रुपये थी। 'गरम हवा' के बाद फारुख ने 1977 की फिल्म 'शतरंज के खिलाड़ी', 1979 की 'नूरी', 1981 की 'चश्मे बद्दूर' और 1983 की 'किसी से न कहना' में शानदार अभिनय किया। 80 के दशक में फारुख शेख और एक्ट्रेस दीप्ति नवल की जोड़ी को फैंस का बेशुमार प्यार मिला। दोनों ने साथ में कई हिट फिल्में दीं, जिनमें 'किसी से न कहना', 'कथा', 'रंग-बिरंगी', 'चश्मे बद्दूर' और 'साथ-साथ' शामिल हैं। दीप्ति और फारुख को आखिरी बार मूवी ‘लिसन अमाया’ में देखा गया था।
'लिसन अमाया' की बात करें तो, यह फिल्म साल 2013 में रिलीज हुई। इसी साल की 28 दिसंबर को फारुख ने दिल का दौरा पड़ने के बाद दुनिया को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया। फारुख शेख अपने पीछे पत्नी रूपा और दो बच्चों को छोड़कर गए हैं।
साल 1988 में फारुख शेख ने सलमान खान की डेब्यू फिल्म 'बीवी हो तो ऐसी' में उनके बड़े भाई का किरदार निभाया था। वहीं, समय बीतने के बाद एक्टर ने छोटे पर्दे का रुख कर लिया। 90 के दशक में फारुख ने 'चमत्कार' और 'जी मंत्रीजी' जैसे धारावाहिक में काम किया। फारुख शेख अपने टॉक शो 'जीना इसी का नाम है' के लिए भी बेहद फेमस थे।