भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल, गोवा की चमक दमक बढ़ाने के लिए मेगा स्टार रजनीकांत और सुपर स्टार अमिताभ बच्चन के बाद केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्रालय की नजर अब धर्मेंद्र पर पड़ी है। गोवा में ऋषिकेश मुखर्जी और धर्मेंद्र, शर्मिला टैगोर, संजीव कुमार जैसे दिग्गज कलाकारों की मुख्य भूमिकाओं वाली फिल्म सत्यकाम का खास प्रदर्शन किया जाएगा।
राष्ट्रीय पुरस्कार हासिल करने वाली विभिन्न भाषाओं की चुनिंदा फिल्में भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल के स्वर्ण जयंती समारोह में 'गोल्डन लाइनिंग इंडियन फ़िल्म्स' के सेक्शन में दिखाई जाएंगी। 50वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव, 2019 में 76 देशों की 200 से अधिक फ़िल्मों का प्रदर्शन किया जाएगा। इनमें इंडियन पैनोरोमा सेक्शन में 26 फीचर और 15 गैर-फीचर फिल्मों का प्रदर्शन किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल के इस स्वर्ण जयंती महोतस्व में देश और दुनिया के 10 हजार से ज़्यादा सिने-प्रेमियों के शामिल होने का अनुमान लगाया जा रहा है।
'गोल्डन लाइनिंग इंडियन फ़िल्म्स' के तहत उड़िया, बंगाली, तमिल, तेलुगू, कन्नड़, हिंदी, असमी और मलयालम भाषाओं की फ़िल्में दिखायी जाएंगी। इस सेक्शन में एक और फिल्म तांबडी माती भी दिखाई जाएगी, जिसका निर्देशन महान फिल्म भालजी पेंडारकर ने किया। फिल्म की कहानी एक ऐसी विधवा लड़की के इर्द-गिर्द घूमती है, जिसे गांव का एक दबंग शख़्स बहुत परेशान करता है और उसी से संघर्ष की दास्तां है यह फिल्म। उल्लेखनीय है कि इस मराठी फिल्म ने 1969 में सर्वश्रेष्ठ फिल्म का राष्ट्रीय पुरस्कार जीता था।
इस समारोह में राम माहेश्वरी द्वारा निर्देशित नानक नाम जहाज है नामक फिल्म भी प्रदर्शित की जाएगी। इस फ़िल्म में एस. मोहिंदर ने संगीत दिया था जिनके संगीतबद्ध गाने 'रे मन ऐसो करो' ने उन्हें 1970 में सर्वश्रेष्ठ संगीतकार का राष्ट्रीय पुरस्कार दिलाया था।
मेट्रो में थप्पड़ खाने के बाद भी नहीं सुधरे दीपक कलाल, पीएम मोदी का नाम लेकर लड़की को दी धमकी
राष्ट्रीय पुरस्कार हासिल करने वाली विभिन्न भाषाओं की चुनिंदा फिल्में भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल के स्वर्ण जयंती समारोह में 'गोल्डन लाइनिंग इंडियन फ़िल्म्स' के सेक्शन में दिखाई जाएंगी। 50वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव, 2019 में 76 देशों की 200 से अधिक फ़िल्मों का प्रदर्शन किया जाएगा। इनमें इंडियन पैनोरोमा सेक्शन में 26 फीचर और 15 गैर-फीचर फिल्मों का प्रदर्शन किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल के इस स्वर्ण जयंती महोतस्व में देश और दुनिया के 10 हजार से ज़्यादा सिने-प्रेमियों के शामिल होने का अनुमान लगाया जा रहा है।
'गोल्डन लाइनिंग इंडियन फ़िल्म्स' के तहत उड़िया, बंगाली, तमिल, तेलुगू, कन्नड़, हिंदी, असमी और मलयालम भाषाओं की फ़िल्में दिखायी जाएंगी। इस सेक्शन में एक और फिल्म तांबडी माती भी दिखाई जाएगी, जिसका निर्देशन महान फिल्म भालजी पेंडारकर ने किया। फिल्म की कहानी एक ऐसी विधवा लड़की के इर्द-गिर्द घूमती है, जिसे गांव का एक दबंग शख़्स बहुत परेशान करता है और उसी से संघर्ष की दास्तां है यह फिल्म। उल्लेखनीय है कि इस मराठी फिल्म ने 1969 में सर्वश्रेष्ठ फिल्म का राष्ट्रीय पुरस्कार जीता था।
इस समारोह में राम माहेश्वरी द्वारा निर्देशित नानक नाम जहाज है नामक फिल्म भी प्रदर्शित की जाएगी। इस फ़िल्म में एस. मोहिंदर ने संगीत दिया था जिनके संगीतबद्ध गाने 'रे मन ऐसो करो' ने उन्हें 1970 में सर्वश्रेष्ठ संगीतकार का राष्ट्रीय पुरस्कार दिलाया था।
मेट्रो में थप्पड़ खाने के बाद भी नहीं सुधरे दीपक कलाल, पीएम मोदी का नाम लेकर लड़की को दी धमकी