प्यार... इश्क और मोहब्बत... लैला-मजनू के जमाने से आशिकों की पहचान इन्हीं शब्दों से हुई। फिर 70 का दशक आया, जिसने दुनिया को लिव इन रिलेशनशिप कल्चर से रूबरू करा दिया। इस कल्चर की शुरुआत की थी 70 के दशक की बेइंतहा खूबसूरत अभिनेत्री प्रिया राजवंश और जाने-माने राइटर, डायरेक्टर और प्रोड्यूसर चेतन आनंद ने... उनकी प्रेम कहानी ने इस कदर जोर पकड़ा था कि हर तरफ उनकी ही चर्चा होती थी। 70 के दशक में लिव इन में रहने और इसे खुलेआम कबूल करने की कहानी अब बड़े पर्दे पर नजर आने वाली है। दरअसल, चेतन आनंद और प्रिया राजवंश की लव स्टोरी पर फिल्म बनने जा रही है। यह कब रिलीज होगी और कौन किसका किरदार निभाएगा, जानते हैं इस स्पेशल रिपोर्ट में...
कब शुरू होगी फिल्म की शूटिंग?
रिपोर्ट्स में यह भी दावा किया जा रहा है कि एक महीने के अंदर इस फिल्म पर काम शुरू हो जाएगा। इस फिल्म को जाने माने फिल्ममेकर प्रदीप सरकार बनाने जा रहे हैं। वहीं दीपक मुकुट इस फिल्म को प्रोड्यूस करेंगे।
कौन निभाएगा प्रिया का किरदार?
प्राप्त जानकारी के मुताबिक इस फिल्म में चेतन आनंद का किरदार केके मेनन और प्रिया राजवंश का रोल जैकलीन फर्नांडिस निभाने वाली हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस फिल्म में 1921 से 2000 के दशक की शुरुआत तक हिंदी सिनेमा के इतिहास को दिखाया जाएगा। इसके साथ ही फिल्म में दोनों के रोमांस के साथ-साथ प्रिया राजवंश की मौत के विवाद को दिखाया जाएगा।
कुछ ऐसी थी चेतन आनंद और प्रिया राजवंश की लव स्टोरी
प्रिया राजवंश ने अपने पूरे फिल्मी करियर में सबसे ज्यादा फिल्में चेतन आनंद के साथ ही की थीं। फिल्म शूटिंग के दौरान चेतन और प्रिया के बीच नजदीकियां बढ़नी शुरू होती हैं। चेतन पहले से शादीशुदा थे लेकिन उनकी अपनी पत्नी के साथ रिश्ते अच्छे नहीं थे। दोनों अलग रह रहे थे। चेतन के दोनों बेटे केतन और विवेक अपनी मां के साथ रहते थे। बताया जाता है कि प्रिया और चेतन करीब 25-27 साल साथ में रहे लेकिन उन्होंने शादी नहीं की। चेतन प्रिया को इस कदर चाहते थे कि उन्होंने खासकर प्रिया के लिए मुंबई के जुहू में एक शानदार बंगला खरीदा। दोनों की जिंदगी खुशहाल बीत रही थी। मामला तब बिगड़ता है जब चेतन ने अपने जीते जी वसीयत लिखी और उसमें अपने दोनों बेटों के साथ प्रिया राजवंश को भी हिस्सा दिया।
कैसे हुई थी प्रिया की मौत?
चेतन के दोनों बेटे वसीयत में प्रिया की भागीदारी से नाराज हुए। जब छह जुलाई 1997 को बीमारी की वजह से चेतन की मौत हो गई तब उनके दोनों बेटे प्रिया को परेशान करने लगे। वह चाहते थे कि प्रिया किसी तरह उस बंगले को खाली कर दें जिसकी कीमत धीरे धीरे करोड़ों में पहुंच चुकी थी। अब चेतन के बेटों ने प्रिया की हत्या की योजना बनाई। चेतन आनंद के दोनों बेटों ने प्रिया की हत्या के लिए नौकरों को पैसे का लालच दिया। 26 मार्च 2000 की रात को नौकरानी ने चाय में कुछ नशीली चीज मिलाकर प्रिया को दी और जब प्रिया बेहोश हो गईं तब नौकर ने उनका गला घोंट दिया। हालांकि नौकरानी को तब भी प्रिया के जिंदा होने का शक था इसलिए उसने कपड़े धोने वाले पट्टे से प्रिय के सिर पर जोर से दो-तीन बार मारकर उनकी हत्या कर दी।