हिंदी सिनेमा के इतिहास में एक ऐसा डायरेक्टर था जो अपनी सिर्फ एक फिल्म के लिए जाना जाता है। इस निर्देशक ने फिल्म बनाने की कोई खास ट्रेनिंग नहीं ली थी। इनका नाम था के आसिफ और पूरा नाम करीमुद्दीन आसिफ। बॉलीवुड के सफल फिल्म निर्माता और निर्देशकों की श्रेणी में टॉप पर रहने वाले के आसिफ को लोग पागल फिल्म डायरेक्टर भी कहते थे। इसकी वजह बहुत बड़ी थी। उनके जानने वालों के मुताबिक वह बड़े सनकी और जिद्दी इंसान थे। 14 जून 1922 को इटावा में जन्मे आसिफ एक बार जो सोच लेते थे उसे पूरा करके ही दम लेते थे। यही वजह थी कि लाख रुकावटों के बावजूद उन्होंने अपनी फिल्म मुगल-ए-आजम को पूरा कर लिया। लगातार 14 सालों तक फिल्म का निर्माण चलता रहा।