अमिताभ बच्चन की फिल्म कुली के वैसे तो कई किस्से हैं। ये वही फिल्म थी जिसके दौरान हुए हादसे ने अमिताभ को मौत के मुंह में लाकर खड़ा कर दिया था। इस घटना के बाद पुनीत इस्सर नेशनल विलन बन गए। करीब दो महीने अस्पताल में मौत से लड़ने के बाद वो 24 सितंबर, 1982 को एंबैसेडर कार में अपने घर पहुंचे। इस फिल्म में अमिताभ के साथ पुनीत इस्सर, कादर खान, रति अग्निहोत्री, शोमा आनंद, वहीदा रहमान जैसे सितारों ने काम किया था।
अब क्या करती हैं रति अग्निहोत्री
आज हम इस फिल्म की स्टार कास्ट में से एक रति अग्निहोत्री के बारे में बात करने जा रहे हैं। अमिताभ बच्चन उम्र के इस पड़ाव में भी फिल्में कर रहे हैं वहीं रति ग्लैमर की दुनिया से पूरी तरह से गायब हो गई हैं। चलिए जानते हैं आजकल वे क्या कर रही हैं और उनके लुक में कितना बदलाव आया है।
10 साल की उम्र से शुरू की मॉडलिंग
रति का जन्म मुंबई के एक पंजाबी फैमिली में हुआ था। रति ने करीब 10 साल की उम्र से ही मॉडलिंग करनी शुरू कर दी थी। उन्हें बचपन से एक्टिंग का शौक था। जब रति 16 साल की हुईं तो उनके पिता परिवार के साथ चेन्नई में शिफ्ट हो गए। यहां स्कूल में पढ़ाई के दौरान वो एक्टिंग भी करती थीं। उन्होंने दस भाषाओं के तकरीबन 150 फिल्मों में काम किया है।
16 साल की उम्र में रति ने अपनी पहली फिल्म 'पुदिया वरपुकल' में काम किया। 1979 में आई ये फिल्म ब्लॉकबस्टर साबित हुई। इस फिल्म के हीरो भाग्यराजा ने रति को तमिल सिखाई। वो उन्हें हिंदी में डायलॉग लिखकर देते थे। जल्द ही रति ने तमिल भाषा भी सीख ली। ये फिल्म करने के बाद रति रातों-रात स्टार बन गई थीं। इसके बाद उनके पास फिल्मों की लाइन लग गई। उन्होंने तीन साल के अंदर करीब 32 कन्नड़ और तेलुगु फिल्में कर लीं।
साउथ में अपार सफलता पाने के बाद रति अग्निहोत्री ने बॉलीवुड में कदम रखा था। रति ने 1981 में बॉलीवुड फिल्म 'एक दूजे के लिए' में कमल हासन के साथ काम किया। इस फिल्म के सभी गाने सुपरहिट साबित हुए। गिनती के प्रिंट्स के साथ रिलीज हुई फिल्म ‘एक दूजे के लिए’ रविवार से ही रफ्तार पकड़ने लगी। और अगला शुक्रवार आते आते फिल्म के पांच गुना प्रिंट और सिनेमाघरों तक पहुंच चुके थे। फिल्म दो दो साल तक सिनेमाघरों में लग रही। फिल्म ‘एक दूजे के लिए’ ने साल 1981 में कामयाबी का ऐसा झंडा गाड़ा कि लोग हैरान रह गए।
इसके बाद रति ने 43 हिंदी फिल्मों में काम कर अपना मुकाम हासिल लिया। 9 फरवरी 1985 को उन्होंने बिजनेसमैन अनिल वीरवानी से शादी कर ली। शादी के बाद उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री को अलविदा कह दिया। 1987 में रति और अनिल का एक बेटा तनुज हुआ। इसके बाद वो पूरी तरह से अपने परिवार की जिम्मेदारियों में व्यस्त हो गईं। रति इतनी खूबसूरत थीं कि उन्हें शादी के बाद भी कई फिल्मों के ऑफर आए लेकिन अपने परिवार के लिए उन्होंने फिल्में नहीं कीं।