श्रद्धा वालकर हत्याकांड में दिल्ली पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। महरौली के जंगलों में मिली श्रद्धा की हड्डियों के डीएनए श्रद्धा के पिता से मिल गए हैं। रोहिणी स्थित एफएसएल से दिल्ली पुलिस को डीएनए रिपोर्ट मिल गई है, जिसमें हड्डियों, बालों और खून के डीएनए का मिलान हो गया है। उसके छतरपुर स्थित फ्लैट की टाइल लेकर पुलिस एसएसएल गई थी। टाइल से खून के धब्बे मिले थे। मामले में अभी पॉलीग्राफ टेस्ट का विश्लेषण किया जा रहा है अगर पॉलीग्राफ़ टेस्ट ठीक-ठाक रहा तो आगे नार्को टेस्ट करवाया जाएगा। कोर्ट ने शनिवार को आरोपी आफताब को 13 दिन न्यायिक हिरासत में भेज दिया था।
तिहाड़ जेल में आफताब की हर गतिविधि से आला अधिकारियों को अवगत कराया जा रहा है। आरोपी को जेल नियम के अनुसार खाना और अन्य चीजें मुहैया करवाई जा रही हैं। सूत्रों ने बताया कि जेल में आने के बाद आफताब काफी शांत था। आफताब को तिहाड़ जेल संख्या चार में रखा गया है। सेल के पास जेलकर्मी को तैनात किया गया है, जो उस पर 24 घंटे निगरानी रखेगा। इसके अलावा सेल पर निगरानी रखने के लिए आठ सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। 26 नवंबर को आफताब ने जेल में पहली रात काटी। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक आफताब जेल में सामान्य स्वभाव में दिखा।
आफताब को एक अलग सेल में रखा गया है जहां उसके साथ 2 कैदी भी मौजूद हैं। ऐसा इसलिए किया गया ताकि आफताब जेल में कोई गलत कदम ना उठा लें। जेल प्रशासन आफताब की सुरक्षा को लेकर पूरी तरह अलर्ट है। आफताब पर 24 घंटे सीसीटीवी कैमरे के जरिए निगरानी की जा रही है। यहीं नहीं, आफताब के सेल के बाहर एक पुलिसकर्मी हमेशा तैनात रहता है।
पिता विकास वालकर ने मांग की है कि हत्याकांड का पूरा सच जानने के लिए मामले की सीबीआई जांच करवाई जाए। आफताब लगातार पुलिस को गुमराह कर रहा है। उसका परिवार भी हत्याकांड में शामिल है। आफताब के माता-पिता उसकी हरकतों के बारे में अच्छी तरह जानते थे। छानबीन के बाद हत्याकांड में उसके माता-पिता की क्या भूमिका है, इसका भी खुलासा हो पाएगा।
श्रद्धा वॉल्कर आफताब के साथ दिल्ली के महरौली में एक फ्लैट में लिव इन में रह रही थी। आरोप है कि आफताब ने 18 मई को श्रद्धा की गला दबाकर हत्या कर दी थी। आफताब के मुताबिक, श्रद्धा उस पर शादी को लेकर दबाव डाल रही थी आफताब ने इसके बाद श्रद्धा के शव के 35 टुकड़े किए। उसने टुकड़ों को रखने के लिए एक फ्रिज भी खरीदा था। आफताब ने श्रद्धा के शव के टुकड़ों को फ्रिज में रखा था वह रोज रात में शव के टुकड़े को महरौली स्थित जंगल में फेंकने जाता था।