ग्रेटर नोएडा के दादरी के बढ़पुरा गांव निवासी पायल भाटी ने प्रेमी संग मिलकर अपने जैसी कदकाठी की दिखने वाली ग्रेनो वेस्ट निवासी हेमा चौधरी की घर बुलाकर हत्या कर दी। हत्या के बाद हेमा के चेहरे पर गर्म तेल डालकर पहचान मिटाने का प्रयास किया। हेमा के हाथ की नस काटकर अपने कपड़े पहना दिए। शव के पास पायल के नाम का सुसाइड नोट छोड़कर दोनों फरार हो गए। सुसाइड नोट पढ़कर परिजनों ने पायल का शव समझकर उसका अंतिम संस्कार कर दिया। पायल प्रेमी संग मिलकर अपने माता-पिता को खुदकुशी करने के लिए विवश करने वाले भाई की पत्नी, साले और शादी कराने वाले बिचौलिए की हत्या की साजिश रचने में जुट गई। 12 नवंबर को लापता हुई हेमा की गुमशुदी दर्जकर तलाश में जुटी बिसरख कोतवाली पुलिस ने पायल और सिकंदराबाद के रहने वाले प्रेमी अजय को गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया है।
17 मई 2021 को दादरी के बढ़पुरा गांव निवासी दंपती रविंद्र भाटी और राकेश देवी ने जहरीले पदार्थ का सेवन आत्महत्या कर ली थी। सुसाइड नोट के आधार पर परिजनों ने बिचौलिए (बुआ के बेटे) सुनील, बहू स्वाति और स्वाति के दो भाइयों कौशिंद्र और गोलू पर आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का केस दर्ज कराया था।
पायल तभी से माता-पिता की मौत के जिम्मेदारों से बदला लेना चाहती थी। उसने अजय को साजिश में शामिल कर लिया। पायल ने अजय से कहा वह उससे तभी शादी करेगी जब वह उसकी मदद करेगा।
अजय 12 नवंबर को हेमा को झांसा देकर पायल के घर बुलाकर लाया। पायल ने अपने भाइयों को नशीला पदार्थ पिलाकर बेहोश कर दिया। इसके बाद हेमा की हत्या कर खुद अजय संग फरार हो गई।
हत्या का शक न हो इसलिए रचा खुद की मौत का स्वांग
पायल ने अपने माता-पिता की मौत की जिम्मेदारों की हत्या के लिए तमंचा व दस कारतूस भी खरीद लिए थे। उसने अपनी मौत का स्वांग इसलिए रचा कि अगर वह अपने प्रेमी संग मिलकर अपने माता-पिता के केस में नामजद आरोपियों की हत्या कर सके और उस पर किसी का शक नहीं जाए।