धन शोधन के मामले में तिहाड़ जेल में बंद मंत्री सत्येंद्र जैन का सीसीटीवी फुटेज लीक होने के मामले की सुनवाई मंगलवार को होगी। विशेष न्यायाधीश विकास ढुल के अवकाश पर होने की वजह से सोमवार को सुनवाई नहीं हो सकी। अदालत ने 19 नवंबर को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को अदालत की अवमानना का नोटिस जारी किया था।
अदालत ने ईडी से स्पष्ट करने को कहा था कि वीडियो कैसे लीक हुआ और उनके खिलाफ क्यों न कार्रवाई की जाए। अदालत ने भाजपा और अन्य के तिहाड़ जेल का सीसीटीवी फुटेज लीक करने के सत्येंद्र जैन के आरोप पर ईडी को अदालत की अवमानना का नोटिस जारी किया है।
जैन के वकील ने अदालत से कहा कि ईडी ने अदालत में हलफनामा देने के बावजूद सीसीटीवी वीडियो लीक किया है। मंत्री जैन का जेल में पूरे शरीर की मालिश करते हुए एक सीसीटीवी वीडियो शनिवार की सुबह सोशल मीडिया पर सामने आया। फुटेज में मंत्री को बिस्तर पर लेटे हुए और कुछ कागजात पढ़ते हुए दिख रहे हैं, जबकि बगल में बैठा एक व्यक्ति उनके पैर की मालिश रहा है।
सत्येंद्र जैन के मसाज को फिजियोथेरेपी बताने पर द इंडियन एसोसिएशन ऑफ फिजियोथेरेपिस्ट ने आपत्ति जताई थी। एसोसिएशन ने कहा कि फिजियोथेरेपी और मसाज में अंतर होता है। वीडियो में जो दिख रहा है उसे फिजियोथेरेपी नहीं कहा जा सकता। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मसाज को फिजियोथेरेपी बताकर गुमराह करने की कोशिश कर रहे।
एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. संजीव के झा ने कहा था कि फिजियोथेरेपी को इस तरीके से पेश करना गलत है। हम उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के बयान की निंदा करते हैं। फिजियोथैरेपी एक वैज्ञानिक प्रक्रिया है, जिसे क्वालिफाइड डॉक्टर कर सकते हैं। वीडियो में जो दिख रहा है उसे फिजियोथेरेपी नहीं कहा जा सकता। हालांकि उक्त वीडियो में क्या हो रहा है, कैसे हो रहा है इस पर हम कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते।