जब वे पत्नी अरुणा डोभाल के साथ पौड़ी पहुंचे तो उन्होंने अपने दौरे के दौरान ग्रामीणों से सारी बातें गढ़वाली भाषा में ही की। सबसे पहले वे सिद्धपीठ मां ज्वाल्पा देवी की पूजा के लिए गए थे। वहां मंदिर परिसर में करीब 50 मिनट तक वहां रहे। इस दौरान उन्होंने मंदिर में पुजारियों और ग्रामीणों से गढ़वाली भाषा में बातें की।