उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में हुए ट्रिपल मर्डर केस के मामले में पुलिस ने एक नेपाली युवक को गिरफ्तार किया है। तीनों का कातिल उनका परिचित ही था। आरोपी ने खुद अपना जुर्म कबूल किया और बताया कि किस हैवानियत के साथ उसने तीनों परिचितों को मौत के घाट उतार दिया।
मड़धूरा गांव में दिल दहलाने वाले तिहरे हत्याकांड में मारा गया बीरा बोरा अपनी मौत को खुद ही बुलाकर अपने भाई के कमरे में ले गया था। हत्यारोपी के अनुसार बीरा बोरा ने ही उसे अपने भाई के कमरे में चलने और वहां पर जमकर खाने पीने का ऑफर दिया था। मड़धूरा के एक पुराने और एकांत में स्थित मकान में नेपाली मजदूर हरीश बोरा उसकी पत्नी कलावती और काशी बोरा रहते थे। कलावती बोरा दो दिन पहले नेपाल चली गई थी। दोनों सड़क निर्माण में काम करते थे, जबकि हरीश बोरा का भाई बीरा बोरा देवलथल क्षेत्र में मजदूरी करता था।
25 की शाम को पिथौरागढ़ के धर्मशाला लाइन में बीरा बोरा और मुनस्यारी में काम करने वाले धन बहादुर की मुलाकात हुई। दोनों एक ही गांव के होने के कारण बीरा बोरा और धन बहादुर में चाचा-भतीजा का रिश्ता था। धन बहादुर ने बताया कि बीरा बोरा ने उसे रात को भाई के कमरे में चलने और वहां पर खाना पीना करने की बात कही। इसके बाद दोनों ने बाजार से मीट और शराब खरीदी। फिर एक जीप बुक कराकर मड़धूरा पहुंचे। पैदल जाते समय रास्ते में दोनों ने शराब पी। कमरे में पहुंचने वहां पर काशी बोरा और हरीश बोरा मिले। शराब कम पड़ने पर काशी बोरा कहीं से शराब लेने चला गया। मीट पकाते समय उसने हरीश बोरा से कलावती चाची के बारे में पूछा, जिस पर हरीश बोरा ने उसके नेपाल जाने और फोन नहीं लगने की बात कही।
इस पर जब धन बहादुर ने उससे यह पूछा कि तुमने ऐसी औरत क्यों रखी है जो बार-बार भाग जाती है तो हरीश भड़क गया और दोनों के बीच वाद-विवाद हो गया। इस बीच, कलावती का रिश्तेदार काशी बोरा भी शराब लेकर लौट आया था। धन बहादुर ने बताया कि उसे काशी ने थप्पड़ और लात घूसे मारे और मीट खाने के बजाय प्राइवेट पार्ट खाने का इशारा करते हुए गंदी गालियां दीं। इसके बाद बीरा ने मामला शांत कराया और उसे दूसरे कमरे में ले गया। जब बीरा लघुशंका के लिए बाहर गया तो हरीश बोरा ने उसे गालियां देते हुए मारने के लिए दरांती उठा ली।
खुद को बचाने के लिए उसने पत्थर का मसाला पीसने वाला बट्टा उसके सिर पर दे मारा। चीख सुनकर जब काशी बोरा तवा लेकर उसे मारने आया तो हैंडल खुलने से तवा छिटक गया और उसने मसाला बट्टा से उसके सिर और चेहरे पर वार कर दिए। लघुशंका कर लौटे बीरा बोरा ने जब यह नजारा देखा तो वह एक दरांती लेकर आया लेकिन धन बहादुर ने बट्टा दूर से ही उसके सिर पर दे मारा।