मकर संक्रांति से पहले हरकी पैड़ी पर गंगा की धारा में जल बहुत कम हो गया है। भागीरथी बिंदु से जलस्तर नहीं बढ़ाया गया तो मकर संक्रांति पर श्रद्धालु हरकी पैड़ी और आसपास घाटों पर केवल दो फीट पानी में डुबकी नहीं लगा पाएंगे। यूपी में सिंचाई के लिए पानी की मांग कम होने से भीमगोड़ा बैराज से गंगनहर में छोड़े जाने वाले जल में कटौती कर दी है। इसका असर ब्रह्मकुंड और अन्य घाटों पर दिखाई दे रहा है। हरकी पैड़ी क्षेत्र के प्लेटफार्म के दूसरी तरफ गंगा के किनारे लगाई रेलिंग तक पानी नहीं आ रहा है। श्रद्धालुओं के रेलिंग लांघकर गंगा में स्नान करने से बहने का खतरा बना रहेगा।