लोहड़ी पर सुंदरी-मुंदरिए होए, तेरा कोन विचारा होए... जैसे पारंपरिक गीतों से दून की फिजा गूंज उठी। बुधवार को शहरभर में धूमधाम से लोहड़ी मनाई गई। सूरज ढलने के बाद धीरे-धीरे लोहड़ी जलाना शुरू किया गया। गीत-संगीत, ढोल-नगाड़ों की थाप पर लोगों ने जमकर भंगड़ा किया और गले मिलकर लोहड़ी की बधाई दी।